जेल में जीवन कैसा होता है. कितनी देर तक अपने सेल में बंद रहना पड़ता है और बाहर घूमने-ठहलने के लिए कितना समय मिलता है. इस बारे में एक कैदी ने कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए. कैदी का ये वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है.
वीडियो में, जोडी (@jodieandjail) नाम के एक यूजर ने इंग्लैंड के पीटरबोरो जेल में बिताए अपने जीवन से जुड़ी कुछ बातें बताई. एक कैदी का दिन आमतौर पर कैसा होता है? दिन की शुरुआत सुबह 7:10 बजे होती है, जब उन्हें नाश्ते के लिए उनकी कोठरियों से बाहर निकाला जाता है.
सुबह सात बजे ही नाश्ते के लिए उठना पड़ता है
कैदी अपना नाश्ता या तो विंग में या अपनी कोठरी में खा सकते हैं. इसके 20 मिनट बाद, सुबह 7:30 बजे, कैदियों को या तो पुनः सेल में बंद कर दिया जाता या फिर उन्हें 30 मिनट का समय दिया जाता. इस दौरान वे एक छोटे से प्रांगण में टहलकर व्यायाम कर सकते हैं. यदि मौसम अच्छा हो और निगरानी के लिए पर्याप्त अधिकारी मौजूद हो, तब ही ऐसा मौका मिलता है.
3-4 घंटे के लिए काम करने और पढ़ाई की दी जाती है छूट
सुबह 8:40 बजे दिन भर के काम और शिक्षा गतिविधियां शुरू हो जाती है. इसमें कैदी जेल में दी गई अपनी नौकरी करते हैं या पढ़ाई या प्रशिक्षण के लिए कक्षाओं में जाते हैं. ये समय सुबह 9 बजे से 11:15 बजे के बीच का होता है. इसी दौरान कैदी "फ्री फ्लो" में भी शामिल हो सकते हैं या उस दौरान जेल में घूम सकते हैं. मतलब कैदी अपने काम और पढ़ाई के साथ-साथ बीच-बीच में मिलने वाले अंतराल में जेल के अंदर कहीं भी आ जा सकते हैं.
दोपहर के लंच ब्रेक के बाद भेज दिया जाता है सेल में
सुबह 11:50 बजे काम और कक्षाएं समाप्त हो जाती हैं, तो कैदी 20 मिनट के लंच ब्रेक के लिए वापस विंग्स में चले जाते हैं, जो दोपहर 12 बजे शुरू होता है. मुलाकात का समय दोपहर के भोजन के बाद होता है, जिस दौरान अधिकारी कैदियों को मुलाकात क्षेत्र में ले जाते हैं. अगर कोई कैदी मुलाकात नहीं करता है, तो उसे भोजन के समय से लेकर दोपहर 1:40 बजे तक सेल में बंद रखा जाएगा.
इसके बाद व्यायाम सहित अन्य गतिविधियों और फ्री फ्लो का एक और दौर शुरू होता है - हालांकि, जोडी ने दावा किया कि व्यायाम बहुत कम लोग करते हैं या बिल्कुल भी नहीं करते. इस दौरान उन्हें ताजी हवा के लिए बाहर जाने की अनुमति नहीं है.
शाम 6.40 के बाद सुबह तक के लिए कर दिया जाता है बंद
रात का भोजन शाम 5:15 बजे परोसा जाता है. उसके बाद कैदियों को शाम 6:40 बजे अगली सुबह तक के लिए बंद कर दिया जाता है. इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफार्म टिकटॉक पर 585,500 से अधिक बार देखा गया तथा इस पर सैकड़ों लोगों की टिप्पणियां आईं, जो वास्तव में सलाखों के पीछे के जीवन को जानने में रुचि रखते थे.