अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का मानना है कि महात्मा गांधी का संदेश विश्व के लिए आज भी प्रासंगिक है.
ओबामा ने कहा, ‘गांधी ने अपनी अधिकांश जिंदगी भारत में बितायी और वहां काम किया लेकिन उनका संदेश पूरे विश्व के लिए पहले भी प्रासंगिक था और आज भी है.’ महात्मा गांधी के बड़े प्रशंसक ओबामा इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या वह मानते हैं कि गांधीजी की शिक्षाएं आज की दुनिया में भी प्रासंगिक हैं.
उन्होंने कहा, ‘मेरे अपने देश में डा. मार्टिन लूथर किंग और मानवाधिकारों के असाधारण आंदोलन पर गांधी के कार्यो का गहरा असर था जिसे आगे बढ़ाने में उन्होंने मदद की.’ उसी संदर्भ में राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी के कार्य ‘मेरे अपने देश में सकारात्मक बदलाव की प्रेरणा थे और उनका उदाहरण ऐसा है जिसका मैं लगातार प्रशंसक हूं.’
उन्होंने पिछले साल नोबेल शांति पुरस्कार स्वीकार करते समय दिए गए अपने भाषण को याद किया जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘गांधी और किंग जैसे जिन नेताओं ने अहिंसा का पथ अपनाया, हो सकता है कि वह हर स्थिति में व्यावहारिक और संभव नहीं रहा हो लेकिन उन्होंने जो प्यार का संदेश दिया. मानवीय प्रगति में उनकी आस्था, हमेशा धुव्रतारा बनी रहेगी जो हमारी यात्रा में हमारा मार्गदर्शन करती है.’
ओबामा ने कहा कि भारत की उनकी यात्रा न केवल ‘गांधी की यादों को शीश नवाने का मौका है, बल्कि उस आधुनिक भारत के बारे में अधिक जानने और उसका सम्मान करने का भी अवसर है, जिसे बनाने में उन्होंने मदद की.’