
एक शख्स की परवरिश 44 भाई-बहनों के साथ हुई. उनके पिता की चार पत्नियां थीं. शख्स को जन्म देने वाली मां ने 12 बच्चों को जन्म दिया था. सभी एक ईसाई धर्मगुरु के फॉलोअर्स थे और वे एक से ज्यादा शादियों की वकालत करते थे. शख्स ने अपने माता-पिता के साथ चर्च में रहने और शुरुआती दिनों की जिंदगी के बारे में एक इंटरव्यू में बताया है.
अमेरिका के ऊटा के रहनेवाले 34 साल के केल्विन वेमैन का पालन-पोषण Fundamentalist Church of Jesus Christ of Latter-Day Saints (FLDS) में हुआ था. लेकिन वह एक आंत्रप्रेन्योर बनना चाहते थे. इसलिए उन्होंने अचानक 9 से 5 का जॉब छोड़ दिया और साल 2015 में साउथ कैलिफोर्निया में शिफ्ट हो गए.
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा- चूकि मैं जीवन में पहली बार उस कम्युनिटी से बाहर निकला था, इसलिए मुझे यह अहसास होने लगा था कि मैं उसके अंदर रहकर कैसा था. वेमैन ने FLDS की शुरुआत के बारे में खोज करनी शुरू कर दी. इसकी शुरुआत साल 1929 में हुई थी.
वेमैन ने कहा- दूसरे धर्मों या यशु को फॉलो करने वाले आम लोगों और FLDS में सबसे बड़ा अंतर यही है कि FLDS को फॉलो करने वाले लोग एक से ज्यादा लोगों के साथ रिलेशनशिप में बहुत ज्यादा विश्वास रखते.
FLDS पर विश्वास रखने वाले इस चर्च के करीब 6 हजार से 10 हजार मेंबर्स रह थे. उन लोगों का मानना था कि एक से ज्यादा लोगों के बीच रिलेशनशिप से स्वर्ग में जगह मिलता है और इसलिए यहां नाबालिग लड़कियों की भी शादी करवा दी जाती थी.
माना जाता है कि धर्मगुरु वारेन जेफ्स की करीब 78 पत्नियां थीं और कम से कम 60 बच्चे थे. वह साल 2002 में FLDS चर्च के धार्मिक नेता बने थे. साल 2011 में उन्हें उम्रकैद की सजा दी गई थी. वह 2 नाबालिगों के यौन शोषण के दोषी पाए गए थे. इनमें से एक लड़की 12 और दूसरी 15 साल की थी. इन दोनों लड़कियों से जेफ्स ने शादी कर ली थी.
वेमैन ने इस एपिसोड में जेफ्स के बारे में बात नही की. बल्कि उन्होंने अपने पोलन-पोषण के बारे में बताया. उन्होंने कहा- एक घर में मैं अपने पांच पैरेंट्स के साथ रहता था. इनमें से एक मुझे जन्म देने वाली मां और तीन और मां थीं. मेरे 44 भाई-बहन थे. वेमैन अपने जन्म देने वाली मां के 12 बच्चों में से छठे थे.
ऊटा छोड़ने के बाद वह FLDS के बारे में और जानने के लिए दुनिया के अलग-अलग जगह गए. और फिर न्यूयॉर्क शहर में आकर बस गए. वेमैन ने बताया कि 4 साल पहले चर्च छोड़ने के फैसले के बाद उन्हें मनाने की काफी कोशिश की गई लेकिन उन्होंने किसी की बात नहीं सुनी और वे अपने फैसले पर अडिग रहे. वहीं, वेमैन की मां ने भी एक साल पहले चर्च छोड़ दिया है. इसके बाद वह पहली बार अपने बेटे से मिलने न्यूयॉर्क शहर पहुंचीं.
वेमैन की मां क्रिस्टीन ने कहा- केल्विन के चर्च छोड़ने के फैसले से मैं हैरान नहीं थी. मुझे उस पर गर्व है कि हमारे धर्म से अलग जाकर उसने कॉलेज जाने का फैसला किया था. वह उस रास्ते पर इसलिए गया क्योंकि वह जानता था कि यही उसके लिए सही है. वास्तव में वह बस अपने दिल की बात मान रहा था.
वेमैन ने एपिसोड के आखिर में कहा कि वह न्यूयॉर्क शहर में ही आगे की जिंदगी गुजारना चाहते हैं. वह अपनी कहानी सुनाकर दूसरे लोगों को प्रेरित करना चाहते हैं.