इस खबर में हम जिस आरोपी की बात करने जा रहे हैं उसने दुनिया भर की महिलाओं की गुपचुप तरीके से निगरानी करने के लिए उनके वैबकैम को हैक कर लिया था. वो इनके वीडियो घर बैठे अपने कंप्यूटर पर देखा करता था. जिसे अब एफबीआई ने पकड़ लिया है.
आरोपी की पहचान 60 साल के क्रिस्टोफर टेलर के तौर पर हुई है. उसने मालवेयर (वायरस) का इस्तेमाल कर 772 लोगों के वैबकैम को अपने कंट्रोल में ले लिया. इसके जरिए वो इन लोगों की प्राइवेट लाइफ देख रहा था.
मालवेयर की मदद से टेलर को वैबकैम का पूरा एक्सिस मिल गया. वो लॉगइन करके लोगों को पढ़ाई करते, योगा करते और यौन संबंध बनाते हुए देखा करता था. मामले में अदालत ने सुनवाई करते हुए ये बात कही.
एफबीआई एजेंट्स को किसी ने सूचना दी कि ये ब्रिटिश शख्स इंग्लैंड में घर बैठे इस अपराध को अंजाम दे रहा है. जांच के दौरान जॉर्जिया के एक छात्र के लैपटॉप को देखा गया. जिससे पता चला कि हैकिंग के लिए मालवेयर का इस्तेमाल हो रहा है और इसका लिंक टेलर से जुड़ा है. उसके घर की 2016 में छापेमारी हो चुकी है.
80,000 तस्वीरें और वीडियो जमा किए
टेलर 14 महीनों तक जेल में रहा था. उसने 2010-2016 के बीच 80,000 तस्वीरें और वीडियो एकत्रित किए. उसने गिरफ्तारी से पहले हजारों फाइल डिलीट कर दी थीं. वह अश्लील वेबसाइट भेजकर लोगों को फंसाता था. इस पर क्लिक करते ही वो उनके लैपटॉप का एक्सिस लेता था. इसमें वैबकैम भी शामिल हैं.
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, मुकदमा चलाने वाले नील फ्राइमैन का कहना है, 'इनमें से कई तस्वीरें और वीडियो खाना खाते, काम करते, पलंग पर लेटे और योगा करते वक्त कैप्चर की गईं. हालांकि ऐसी भी कई तस्वीरें मिलीं, जिनमें लोग या तो बिना कपड़ों के होते थे या किसी सेक्सुअल एक्टिविटी को कर रहे थे.'
इससे पहले भी टेलर को लोगों के कंप्यूटर हैक करने और अश्लीलता से जुड़े मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है. लंदन की अदालत ने अतीत में उसके प्रत्यर्पण के खिलाफ इसलिए फैसला सुनाया था, क्योंकि उसे ऐसा लगा कि इससे उसकी पत्नी पर नाकारात्मक असर पड़ेगा, जो कि बीमार है.
जज ने कहा, 'इन अपराधों में लोगों की निजता पर आक्रमण करना शामिल है. अपराध लंबे वक्त तक किया गया और पूरी योजना और तैयारी के साथ किया गया है.'
पहले भी सामने आए हैं मामले
आपको बता दें, आजकर हैकिंग के मामले दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहे हैं. भारत में भी ऐसे कई केस देखने को मिली. कंप्यूटर से लेकर वैबकैम और मोबाइल फोन तक, कुछ भी हैकर्स की नजर से नहीं बच रहा है. इसी वजह से लोगों को सतर्क रहने और किसी भी अंजान लिंक को क्लिक नहीं करने के लिए बोला जाता है. इसमें सबसे अधिक शिकार महिलाओं को ही बनाया जाता है.
ऐसी ही एक खबर करीब एक महीने पहले अमेरिका की मैडिसन काउंटी से भी सामने आई थी. यहां एक शख्स कुछ लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को हैक कर लेता था और फिर इन्हीं अकाउंट्स से महिलाओं को अश्लील तस्वीरें और वीडियो भेजने लगा.
पुलिस ने कहा कि कई महिलाएं इसका शिकार हुई थीं. इनमें से एक अकाउंट की जांच की गई, तो पता चला कि ये एक बुजुर्ग महिला चलाती है. लेकिन इसे हैक करने के बाद लोगों को अश्लील कंटेंट भेजने के लिए इस्तेमाल किया गया.
पुलिस को काफी जांच करने के बाद पता चला कि आरोपी का नाम क्रिश्चियन एंथनी इवांस है. वो इन अकाउंट्स से चाइल्ड पोर्नोग्राफी कंटेंट भी शेयर करता था. हालांकि बाद में पुलिस ने उसे पकड़ लिया.