इंसान की पहली पहचान उसके रूप-रंग से होती है. जबकि जो लोग देख नहीं सकते वे लोगों को आवाज और गंध से पहचानते हैं. लेकिन लंदन में एक ऐसा शख्स है, जो देखने-सुनने में सक्षम होने के बावजूद न तो अपनी बीवी को पहचानता है और न ही किसी और को. दोनों एक ही छत के नीचे रहते हैं, मगर दुर्भाग्य देखिए पति को न तो अपनी पत्नी का चेहरा याद है और न ही कुछ और.
दरअसल, डेनियल डेवलिन नाम के इस शख्स को फेस ब्लाइंडनेस नाम की बीमारी है. मेडिकल की दुनिया में इसे प्रोजोपानियाजिया कहते हैं. इसमें दिखाई तो देता है, लेकिन देखकर पहचानने की क्षमता खत्म हो जाती है. यह डेनियल की बेबसी ही है जो उसे 46 साल की उम्र में अपनों के बीच भी अकेला बना देती है. डेनियल पेशे से पेंटर है. उसकी दो बेटी और दो बेटे हैं. यानी एक हंसता-खेलता परिवार. लेकिन कैनवस पर रंग भरने वाले डेनियल की जिंदगी खुद बदरंग सी हो गई है.
बताया जाता है कि डेवलिन के लिए यह सब मुश्किल जरूर है, लेकिन वह अपनी पत्नी और बच्चों को आवाज के साथ ही बॉडी लैंग्वेज से पहचानने की कोशिश करता है. एक्सपर्टस का मानना है कि फेस ब्लाइंडनेस का ताल्लुक बुद्धिमता, याद्दाश्त या दिखाई देने से नहीं है बल्कि दिमाग में फ्यूजिफॉर्म जायरस की कमी से है. डेनियल डेवलिन के दिमाग में जन्म से ही यह हिस्सा नहीं है, लिहाजा वह किसी को देखकर पहचान नहीं सकता.
डेनियल की पत्नी कैटरीना बताती हैं कि डेनियल कभी-कभी बॉडी लैंग्वेज से भी पहचान करने में धोखा खा जाते हैं. जैसे स्कूल की ड्रेस में सभी बच्चे उन्हें एक जैसे लगते हैं. एक बार डेनियल बच्चों को स्कूल से लेने गए तो पहचान न होने पर अपने भाई के बच्चों को घर लेकर आ गए.