यह बात आपको अविश्वसनीय लग सकती है, लेकिन सच है कि 88 साल के एक व्यक्ति के मस्तिष्क में दोनों भागों को जोड़ने वाली तंत्रिका नहीं है. आमतौर पर एक इंसान का मस्तिष्क दो भागों में बंटा होता है और दोनों भाग आपस में तंत्रिकाओं के जाल से जुड़े होते हैं, जिन्हें महासंयोजिका (कॉर्पस कॉलसम) कहते हैं.
लेकिन वेबसाइट www.wired.com के मुताबिक, एच. डब्ल्यू. नाम के इस 88 वर्षीय व्यक्ति के मस्तिष्क में कॉर्पस कॉलसम नहीं हैं. उनके मस्तिष्क में दो भागों को जोड़ने वाली मुख्य वाहिका गायब है. चिकित्सकीय भाषा में कहें तो एच. डब्ल्यू. कॉर्पस कॉलसम में एजेनेसिस की समस्या से पीड़ित हैं. अर्थात जन्म के समय से ही उनके मस्तिष्क की यह संरचना गायब है.
डॉक्टरों के लिए यह बड़ी ही हैरतअंगेज बात है, कि एच. डब्ल्यू. ने इस समस्या के साथ फौज में एक सामान्य जीवन जिया और सेवानिवृत्त होने के बाद भी सामान्य कामकाजी जीवन जिया. हाल ही में वह याददाश्त की मामूली समस्या को लेकर डॉक्टर से मिले.
वेटरंस अफेयर्स ईस्टर्न कोलोरैडो हेल्थ केयर सिस्टम के डॉक्टर ने कहा, ‘यह मामला दिमाग के विकास के लचीलेपन की ओर ध्यान खींचता है.’