मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि मराठी संस्कृति उनकी सबसे बड़ी संपत्ति है और वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उनका जन्म मुंबई (महाराष्ट्र) में हुआ.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) की ओर से आयोजित महाराष्ट्र राज्य के निर्माण के रंगारंग स्वर्ण जयंती समारोह में तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ महाराष्ट्र की संस्कृति मेरी सबसे बड़ी संपत्ति है और मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मेरा मुंबई में जन्म हुआ और मैं महाराष्ट्र में पला बड़ा हुआ.’’ एमएनएस ने तेंदुलकर सहित 17 प्रमुख मराठी भाषी व्यक्तियों को छत्रपति शिवाजी महाराज की तलवार की प्रतिकृति देकर सम्मानित किया.
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ बचपन से ही मेरे माता-पिता ने मुझे इस राज्य की समृद्ध संस्कृति के बारे में बताया और मैं अपने बच्चों को भी यही मान्यताएं देने की कोशिश करता हूं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ बचपन में क्रिकेटर के रूप में मेरी यात्रा मुंबई की बसों और ट्रेनों में शुरू हुई. बस का परिचालक मेरे किट बैग के लिए मुझसे अतिरिक्त पैसे लेता था. मैं इन अनुभवों को महत्वपूर्ण मानता हूं.’’ तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ मैं सुनील गावस्कर की वजह से क्रिकेटर बनना चाहता था और गावस्कर, वेंगसरकर एवं शास्त्री में समानता यह है कि इन सबका क्रिकेट इस (महाराष्ट्र की) धरती पर फला-फूला.’’ अंधेरी में चार घंटे चले इस रंगारंग समारोह में पिछले 50 वर्षों में राज्य के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास को दर्शाया गया.