डायनासोर पृथ्वी से कैसे विलुप्त हो गए, इसकी कई वजहें बताई गई हैं और कई काल्पनिक कहानियां भी गढ़ी गई हैं. लेकिन एक नए अध्ययन में इसकी उत्पत्ति पर प्रकाश डालने की कोशिश की गई है. ऐसा सामान्य तौर पर माना जाता है कि डायनासोर पृथ्वी से 6.6 करोड़ वर्ष पहले धरती पर उल्का पिंड के प्रभाव की वजह से विलुप्त हो गए थे.
नए अध्ययन से पता चला है कि 23.2 करोड़ वर्ष पहले जब बड़े पैमाने पर जीव पृथ्वी से लापता होने लगे थे तभी डायनोसोर का विस्तार होना शुरू हो गया था. ‘नेचर कम्यूनिकेशन्स’ में प्रकाशित एक अध्ययन में इटली के म्यूजियम ऑफ साइंस, यूनिवर्सिटिज ऑफ फेरेरा एंड पाडोवा और ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के वैज्ञानिकों ने बताया है कि डायनासोर का विस्तार भी एक संकट से ही हुआ था. इस संकट को मास इक्सटिंक्सन यानी सामूहिक तौर पर विनाश कहा जाता है. इस संकट के दौरान पृथ्वी से बड़ी संख्या में जीव और पौधे विलुप्त हो गए थे.
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उत्तरी इटली के डोलोमाइट्स में मिले डायनासोर के अवशेषों के बारे में अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि पहले डायनासोर के निशान नहीं मिलते हैं लेकिन बाद में कई डायनोसोर के निशान मिलने लगते हैं.
ब्रिस्टल में रिसर्च एसोसिएसट एवं म्यूजियम ऑफ साइंस के निरीक्षक ने बताया- हम यह देखकर उत्साहित हैं कि डायनासोर के पैरों के निशान और अस्थिपंजर इसी कहानी की ओर इशारा करते हैं. हमने कुछ समय तक डोलोमाइट्स में डायनासोर के पैरों के निशान का अध्ययन किया था. इससे पृथ्वी पर डायनासोर के नामो निशान नहीं होने से लेकर इनकी संख्या में बढ़ोतरी होने का पता चलता है.