फोन बिल को लेकर सबसे ज्यादा विवाद के मामलों में देश की चार बड़ी टेलीकॉम कंपनियां टॉप पर हैं. ट्राई की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, फोन बिल के विवादों के मामले में वोडाफोन, आइडिया, टाटा और बीएसएल कंपनियों के ग्राहक शामिल रहते हैं.
दूरसंचार विनियामक बोर्ड ऑफ इंडिया (ट्राई) की गाइडलाइंस के मुताबिक, किसी भी इलाके में कंपनी का 0.1 फीसदी
बिल को लेकर विवादित नहीं होना चाहिए. इस रिपोर्ट के अनुसार, आंध्र प्रदेश में वोडाफोन के 0.18 फीसद, असम में 0.33 फीसद और नॉर्थ ईस्ट में 0.24 फीसद टेलिकॉम मामले विवादित रहे. देश के कई दूसरे हिस्सों में भी टेलिकॉम कंपनियां ग्राहकों की शिकायतों का निपटारा करने में विफल रहीं.
इस रिपोर्ट में बिल से परेशान रहने वालों में पोस्टपेड ग्राहकों ने भी शिकायतें कीं. ट्राई की गाइडलाइंस के मुताबिक, अगर कोई ग्राहक कंपनी से बिल संबंधित शिकायत करता है तो कंपनी को चार से छह हफ्ते में समस्या का निपटारा करना होगा. ग्राहकों की पूरी संतुष्टि के बाद ही समस्या का सही तरीके से निपटारा माना जाएगा.