माया सभयता के कैलेंडर के अनुसार कयामत का दिन बताया जा रहा 21 दिसंबर ऐसे ही बीता जैसे हर दिन बीतता है और दुनियाभर में प्रलय से संबंधित कोई घटना देखने को नहीं मिली.
21 दिसंबर 2012 को लेकर पूरी दुनिया उत्सुक थी. दक्षिणी फ्रांस में अफवाह उड़ी कि यहां का गांव बगराच ऐसा स्थान होगा जो प्रलय से बच जाएगा. इस कारण यहां बहुत से लोग पहुंच गए. इस दिन को लेकर पत्रकारों की भी काफी जिज्ञासा रही, लेकिन उन्हें निराश होना पड़ा.
तुर्की में सिरिन्स गांव में भी अफवाहों के चलते लोगों और पत्रकारों का हुजूम उमड़ा रहा, लेकिन कोई घटना देखने को नहीं मिली.