scorecardresearch
 

रिज्‍यूमे लेकर 5 दिन तक सड़क पर खड़ा रहा MBA ग्रेजुएट, ऐसे मिली जॉब

रिज्‍यूमे लेकर एक लड़का सड़क पर खड़ा हो गया, इस तरकीब की वजह से उसको पांच दिन के अंदर जॉब ऑफर आ गया. इससे पहले लड़के को नौकरी के लिए 95 बार रिजेक्‍शन भी झेलना पड़ा. यही कारण था कि उसने यह तरीका अपनाया. नौकरी के लिए खुद को एडवरटाइज करने का ये अंदाज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

Advertisement
X
मोहम्‍मद अरहम शहजाद को पांच दिन के अंदर मिल गई नौकरी (Credit: Mohammad Arham Shahzad)
मोहम्‍मद अरहम शहजाद को पांच दिन के अंदर मिल गई नौकरी (Credit: Mohammad Arham Shahzad)

MBA ग्रेजुएट एक लड़का सड़क पर अपना रिज्‍यूमे लेकर खड़ा हो गया और पांच दिन के अंदर ही उसको जॉब ऑफर मिल गया. इस लड़के को पहले 95 बार नौकरी के लिए रिजेक्‍शन भी झेलना पड़ा था. सोशल मीडिया पर इस लड़के की कहानी चर्चा में है. नवंबर में ये लड़का अपनी नई नौकरी शुरू करेगा.  

Advertisement

मोहम्‍मद अरहम शहजाद (Mohammad Arham Shahzad) लंदन की सड़क पर रिज्‍यूमे, सूटकेस, लिंक्‍डइन क्‍यूआर कोड लेकर खड़े हो गए थे. वह पाकिस्‍तान के रहने वाले हैं. लंदन में शहजाद एक साल से नौकरी की तलाश कर रहे थे लेकिन सफलता नहीं मिली. Masters in business management की पढ़ाई करने के बाद भी उन्‍होंने 95 कंपनियों में अप्‍लाई किया लेकिन इन सभी जगह से उन्‍हें रिजेक्‍शन मिला.

फिर उन्‍होंने खुद को कंफर्ट जोन से निकालकर एडवरटाइज करने के बारे में सोचा. इसके बाद वह लंदन की सड़क पर उतर आए. सड़क पर वह रिज्‍यूमे, सूटकेस और लिंक्‍डइन क्‍यूआर कोड लेकर खड़े हो गए.

शहजाद ने बिजनेस इनसाइडर को बताया- 'मैं हर दिन रिजेक्‍शन झेलकर थक चुका था. मेरे लिए हर दिन तनाव देने वाला हो गया था. इसके बाद मैंने अलग तरह से कोशिश करने के बारे में सोचा.'

Advertisement

शहजाद बताते हैं- 11 जुलाई को वह सुबह जल्‍दी उठे और एक बोर्ड बनाया और उस पर लिंक्‍डइन क्‍यूआर कोड चिपकाया. फिर वह लंदन की फाइनेंशियल डिस्ट्रिक्‍ट कनारी व्‍हार्प (Canary Wharf) की ओर अपने सूटकेस और बोर्ड के साथ निकल पड़े. 

शहजाद ने बताया कि वह मुस्‍कराते चेहरे के साथ वहां जाकर खड़े हो गए, लेकिन उन्‍होंने किसी भी आते-जाते शख्‍स को परेशान नहीं किया.

शहजाद जब वहां से शाम के समय निकले तो उन्‍होंने नोटिस किया कि 200 लोगों ने उन्‍हें अप्रोच किया. जो रिस्‍पॉन्‍स उन्‍हें मिला वह बहुत ही आश्‍चर्यजनक था. शहजाद ने बताया कि कुछ लोग मेरे पास आकर रुके, लिंक्‍डइन का क्‍यूआर कोड स्‍कैन किया, मेरा फोटो क्लिक किया और आगे बढ़ गए. 

इस दौरान JPMorgan की डायरेक्‍टर भी उनके पास आईं और अपना बिजनेस कार्ड दे दिया. शहजाद ने बताया कि इसके बाद उनका मैसेज आया और उन्‍होंने कहा कि आपका रिज्‍यूमे उन्‍होंने अपने ऑफिस के आसपास सर्कुलेट कर दिया है. 

एक पल ऐसा भी आया जब एक टीचर और उनके स्‍टूडेंट्स शहजाद के पास पहुंचे और ग्रुप फोटो क्लिक करवाई. 
 
शहजाद जब सड़क पर खड़े हुए थे, तो उन्‍हें एक शख्‍स ने आकर यह भी कहा कि जो वह जो कर रहे हैं वह ठीक नहीं हैं. शहजाद के मुताबिक, महज यही एक नेगेटिव कमेंट उन्‍हें सुनने को मिला. 

Advertisement

सड़क पर खड़े होने की मेहनत अंतत: पांच दिन बाद रंग लाई, जब डेटा एनालिस्‍ट की जॉब मिल गई. शहजाद ने 'बिजनेस इनसाइडर' को बताया यह उनके लिए परफेक्‍ट जॉब थी. शहजाद ने यह भी बताया कि आने वाले सप्‍ताह में उनके तीन और इंटरव्‍यू होने हैं.

झेली वीजा की दिक्‍कत, नवम्‍बर में शुरू करेंगे जॉब

शहजाद को सबसे ज्‍यादा दिक्‍कत वीजा को लेकर हुई. दरअसल, ब्रिटेन में काम करने वाले स्‍टूडेंट को 'स्किल्‍ड वर्कर वीजा' की जरूरत होती है. चूंकि, शहजाद का स्‍टूडेंट वीजा एक्‍सपायर हो चुका था. इस कारण काम करने के लिए उन्‍हें इस वीजा की जरूरत थी. यही वजह थी कि वह कई कंपनियों में अप्‍लाई भी नहीं कर सकते थे. 

ब्रिटेन की सरकार की वेबसाइट पर जो जानकारी है, उसके मुताबिक इस वीजा की फीस 57 हजार रुपये से 1 लाख 30 हजार रुपये के बीच है. शहजाद ने जुलाई में भी ब्रिटेन में इंटरनेशनल स्‍टूडेंट्स को नौकरी के दौरान होने वाली परेशानियों को लेकर लिंक्‍डइन पोस्‍ट शेयर किया था.

हालांकि, अब तो शहजाद को डेटा एनालिस्‍ट की नौकरी मिल गई है. लेकिन इसके लिए उन्‍हें तीन महीने लग गए. क्‍योंकि उनका वीजा जारी होने में समय लगा. शहजाद कहते हैं कि अब नवंबर में नई कंपनी के साथ काम करना शुरू कर देंगे. 

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement