एक शख्स की मां ने अनजाने में उसका लैपटॉप कबाड़ में फेंक दिया, जिससे उसे 3000 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया. जैसे ही शख्स को इस बारे में पता चला तो वह डिप्रेशन में चला गया. सोशल मीडिया साइट 'रेडिट' पर इस शख्स ने अपनी पहचान छिपाकर यह राज खोला है.
25 वर्षीय इस शख्स ने बताया कि उसकी मां की इस गलती से उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो गई. 'द सन' की रिपोर्ट के अनुसार, इस शख्स ने साल 2010 में 6 हजार रुपयों में 10 हजार बिटकॉइन खरीदे थे. उस समय शख्स कॉलेज में पढ़ता था. वहां से वह अपनी ग्रैजुएशन कर रहा था. इसके बाद वह एक जगह नौकरी करने लग गया और यह भूल गया कि कभी उसने बिटकॉइन भी खरीदे थे.
जब उसने पिछले कुछ सालों में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के बारे में सुना तो उसे अपने खरीदे हुए बिटकॉइन की याद आई. घर जाकर जब वह अपना लैपटॉप ढूंढने लगा तो उसे वह नहीं मिला. जब उसने अपनी मां से उस लैपटॉप के बारे में पूछा तो जवाब सुनकर उसके होश उड़ गए. उसकी मां ने बताया कि उन्होंने वह लैपटॉप कबाड़ में फेंक दिया था.
यह सुनते ही शख्स के होश उड़ गए. क्योंकि आज की डेट में उन 10 हजार बिटकॉइन की कीमत 3000 करोड़ रुपये है. शख्स ने बताया कि इस घटना के बाद वह काफी समय तक डिप्रेशन में चला गया था. अब भले ही वह डिप्रेशन से बाहर आ चुका है लेकिन आज भी उसे अफसोस है कि इतनी बड़ी रकम उसके हाथ से निकल गई.
बता दें बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है. साल 2009 में बिटकॉइन की शुरुआत हुई थी. बिटकॉइन एक किस्म की क्रिप्टोकरेंसी है. और आज के समय में एक बिटकॉइन की कीमत लाखों में है.