मध्य प्रदेश के कांस्टेबल अतुल शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. इसमें वो सीपीआर देखर सांप की जान बचाते दिख रहे हैं. सांप कीटनाशक से दूषित पानी पीने के बाद बेसुध हो गया था. ये वीडियो सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर काफी वायरल है. शर्मा की लोग काफी तारीफ कर रहे हैं. हालांकि उनके बचाव करने के इस तरीके की प्रभावशीलता पर सवाल उठाया जा रहा है. एवरीथिंग रेप्टिलियन नाम की वेबसाइट पर बताया गया है कि अगर सांप सांस नहीं ले पा रहा है, तो उसे सीपीआर देकर पुनर्जीवित नहीं किया जा सकता.
इसमें लिखा है, 'दुर्भाग्य से इसका जवाब न है. बाकी स्तनधारियों से अलग सांप के फेफड़े नहीं होते, जिन्हें सीपीआर की मदद से फुलाया जा सके. इसके बजाय, उनमें हवा की थैलियों जैसी एक सीरीज होती है, जिनकी वजह से वो सांस ले पाते हैं. ये वायुकोष उनकी आंत में होते हैं और इनके माध्यम से हवा को स्थानांतरित करने के लिए सांप की मांसपेशियों पर निर्भर होते हैं.
इसके कारण सांप को पुनर्जीवित करने के लिए सीपीआर का उपयोग करना संभव नहीं है. अगर आप किसी ऐसे सांप को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं, जो सांस नहीं ले रहा है, तो आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प उसे गर्म पानी के एक कंटेनर में रखना और उसकी मांसपेशियों को एक्टिव करने का प्रयास करना है.'
ये घटना मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम की है. यहां एक सांप आवासीय क्षेत्र में पाइपलाइन में घुस गया था. वो जहरीला सांप नहीं था. जब लोग सांप को नहीं निकाल पाए, तो उन्होंने पाइप में कीटनाशक युक्त पानी डाल दिया. इसके कारण सांप बेहोश हो गया. तभी पुलिस को बुलाया गया. वीडियो में देखा जा सकता है कि शर्मा सांप का बारीकी से निरीक्षण कर रहे हैं. वो पता लगाने की कोशिश करते हैं कि सांप सांस ले पा रहा है या नहीं. फिर वो मुंह से मुंह लगाकर उसे सीपीआर देते हैं.
आसपास खडे़ लोग सांप पर से कीटनाशक साफ करने को बोलते हैं. पुलिसकर्मी बीच बीच में सांप पर साफ पानी डालते हैं. शर्मा की लगातार की जा रही कोशिश बाद में सफल भी हुई. सांप में जीवित होने के संकेत दिखने शुरू हो गए. आसपास के लोग इस पर काफी खुशी जाहिर करने लगे.