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MP: डेंटल इम्प्लांट के दौरान डॉक्टर से हाथ से छूटकर फेफड़ों में पहुंचा स्क्रू, ऐसे बची जान

भोपाल में दांत का इम्प्लांट करते समय स्क्रू डॉक्टर के हाथ से फिसलकर मरीज़ के गले मे अटका और उसके बाद फिसलकर फेंफड़ों तक पहुंच गया, जिसे बाद में सर्जरी कर निकालना पड़ा.

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फेफड़े में जा फंसा स्क्रू
फेफड़े में जा फंसा स्क्रू
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भोपाल के निजी क्लिनिक का मामला
  • जटिल सर्जरी करके निकाला गया स्क्रू

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में डेंटल सर्जन की लापरवाही एक बुजुर्ग की जान पर भारी पड़ गई. दरअसल, दांत का इम्प्लांट करते समय स्क्रू डॉक्टर के हाथ से फिसलकर मरीज़ के गले मे अटका और उसके बाद फिसलकर फेंफड़ों तक पहुंच गया, जिसे बाद में सर्जरी कर निकालना पड़ा. 

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घटना भोपाल के एक निजी क्लिनिक की है, जहां बुज़ुर्ग डेंटल इम्प्लांट के लिए गए थे. इम्प्लांट के दौरान एक स्क्रू डॉक्टर के हाथ से छूटकर गले के रास्ते बाद में फेफड़े तक चला गया. बुज़ुर्ग के डेंटल इम्प्लांट में छोटे आकार के स्क्रू का इस्तेमाल किया गया था, इसलिए गले के बाद स्क्रू बुज़ुर्ग के फेफड़ों तक पहुंच गया. 

इससे मरीज़ को तेज़ खांसी उठने लगी और फेफड़ों में दर्द भी बढ़ गया जिसके बाद उन्होंने गांधी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर को दिखाया. गांधी मेडिकल कॉलेज में इंटरवेंशन पल्मोनोलॉजिस्ट पराग शर्मा ने ब्रांकोस्कोपी के ज़रिए मरीज़ के फेफड़ों में फंसे स्क्रू को बाहर निकाला. 

ऑपरेशन के बाद निकाला गया स्क्रू

यह एक बेहद जटिल सर्जरी थी क्योंकि बुज़ुर्ग को एनैस्थिसिया देने का विपरीत असर होने का डर था. वहीं स्क्रू के बेहद नुकीले होने के चलते फेफड़े की नसों को भी नुकसान पहुंचने का खतरा भी था.

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 मुश्किल यह भी थी कि स्क्रू फेफड़े के बिल्कुल नीचे वाले हिस्से तक चला गया था और इसलिए गहराई में होने के चलते उसे बेहद सावधानीपूर्वक निकाला गया. डॉक्टर पराग शर्मा को इस जटिल सर्जरी में करीब आधे घंटे से ज्यादा का समय लगा. 

 

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