नासा ने अपने खोजी अभियान के तहत बड़ी सफलता मिलने का दावा किया है. नासा ने पृथ्वी की तरह एक दूसरे ग्रह ‘कैप्लर 452बी' को खोज निकाला है. नासा के मुताबिक, ये ग्रह सौरमंडल के अंदर ही है.
मिल सकता है जीवन
नासा की रिसर्च के मुताबिक, कैप्लर 452बी ग्रह की तारों से दूरी सूरज की पृथ्वी दूरी के ही समान है. ये ग्रह पृथ्वी की ही तरह चट्टानी बताया जा रहा है. ग्रह के ज्यादा ठंडा या गर्म न होने से इसमें पानी और जीवन होने की नासा ने उम्मीद जताई है. ये ग्रह धरती से 60 फीसदी बड़ा बताया जा रहा है.
ग्रह को मिला Earth 2.0 नाम
पृथ्वी जैसा जीवन होने की उम्मीद के चलते ग्रह को Earth 2.0 का भी नाम दिया गया है. पृथ्वी से बाहर जीवन ढूंढ़ने की नासा की कोशिशों में इस
खोज को अहम कदम माना जा रहा है. इस ग्रह की खोज नासा के स्पेस
टेलीस्कोप कैप्लर ने की है.
अपनी पृथ्वी और कैप्लर 452बी में ये हैं समानताएं
कैप्लर 452बी भी पथ्वी की ही तरह सूरज की तरह अपने स्टार का चक्कर लगाने में 385 दिन लगाता है. पृथ्वी की ही तरह नए ग्रह का मौसम न ज्यादा ठंडा है न गर्म. पृथ्वी और कैप्लर 452बी दोनों ही चट्टानी हैं.