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नासिक के युवाओं ने महिलाओं की मदद के लिए सॉफ्टवेयर विकसित किया

महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के मद्देनजर नासिक के तीन युवाओं ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया है जिससे महिलाएं संकट की स्थिति में खतरे की घंटी बजा सकती हैं और मदद मांग सकती हैं.

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महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के मद्देनजर नासिक के तीन युवाओं ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया है जिससे महिलाएं संकट की स्थिति में खतरे की घंटी बजा सकती हैं और मदद मांग सकती हैं.

एंड्रोइड सॉफ्टवेयर डेवलपर गुणवंत बत्ताशे, इंजीनियर अनूप उन्नीकृष्णन और ग्राफिक डिजाइनर जयेश बांकर ने बताया कि उनके द्वारा विकसित सॉफ्टवयेर एप्लीकेशन ‘मी अगेंस्ट रेप’ को एंड्रोइड मोबाइल हैंडसेट पर नि:शुल्क डाउनलोड किया जा सकता है.

उन्होंने बताया कि सॉफ्टवेयर में टच हेल्पलाइन, रिकॉर्डिंग सुविधा होने के साथ ही ऐसी सुविधा भी उपलब्ध है जिससे यह पता लग सकता है कि संकट में फंसा व्यक्ति किस जगह पर है.

इन युवाओं ने कहा कि यदि कोई महिला किसी तरह की परेशानी में हो तो उसे सिर्फ एक हेल्प बटन दबाना होगा. इससे उसके संपर्क वाले पंजीकृत रिश्तेदारों के पास संदेश पहुंच जाएगा. जब हेल्प बटन दबाया जाता है तो यह व्यक्ति की जगह और समय के बारे में भी ब्यौरा उपलब्ध करा देता है. इसमें गूगल मैप लिंक की सुविधा भी है.

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उन्होंने कहा कि उनके द्वारा एक हफ्ते के भीतर विकसित किया गया सॉफ्टवेयर अत्याचारों के खिलाफ महिलाओं की मदद करेगा. इन युवाओं ने आग्रह किया कि महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए इसे इस्तेमाल करना चाहिए. तीनों ने नासिक के पुलिस आयुक्त कुलवंत कुमार सारंगल के समक्ष अपने सॉफ्टवेयर का प्रदर्शन किया.

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