एक शख्स जो बचपन में छह मिनट के लिए 'मर गया' था, उसने दूसरी दुनिया में जाने और वहां कुछ अलग दृश्यों को देखने का दावा किया है. ये दावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक अनाम यूजर ने किया है. डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई यह कहानी सिर्फ एक असत्यापित अनुभव पर आधारित है.
एक यूजर ने रेडिट पर एक किस्सा शेयर किया है, जिसमें उसने दावा किया है कि 2003 में जब वे सिर्फ 15 साल के थे, तब वे अचानक सड़क पर गिर पड़े. पूरे दिन ठीक महसूस करने के बावजूद, उन्हें ठंडा पसीना आने लगा. उनकी सांस फूलने लगी और उन्हें वेंट्रीकुलर फिब्रिलेशन की समस्या हो गई. यह अचानक हार्ट अटैक से मौत का सबसे आम कारण होता है.
छह मिनट बाद फिर से काम करने लगा दिल
पैरामेडिक्स के पहुंचने के बाद, व्यक्ति ने दावा किया कि उन्हें पता चला कि उनका दिल धड़कना बंद हो गया था. एम्बुलेंस में मुझे पुनर्जीवित करने के लिए अथक प्रयास किया गया. करीब छह मिनट के बाद उनका दिल फिर से काम करने लगा और वो जीवित हो गए.
6 मिनट तक के लिए मर गया था...
व्यक्ति ने दावा किया कि जब 6 मिनट के लिए उनका हृदय रुक गया था और वो मृत हो चुके थे, तब वह एक दूसरी दुनिया में पहुंच गए. उन्होंने दावा किया कि वह उन मुट्ठी भर लोगों में से एक है, जो अस्थायी रूप से हमारी इस दुनिया से परे जाकर मृत्यु को निकट से अनुभव किया है.
कई लोगों ने परलोक जाने का किया है दावा
ये घटनाएं, जो दशकों से चिकित्सकों और आम जनता के लिए आकर्षण का विषय रही हैं. ऐसा माना जाता है कि ये तब घटित होती हैं जब लोग चिकित्सकीय रूप से 'मृत' हो जाते हैं और उनके बचने की संभावना बहुत कम होती है. जिन लोगों को ऐसा अनुभव हुआ है उनमें से कई लोगों का दावा है कि उन्होंने परलोक को देखा है.
चकाचौंध रोशनी में नहा गया था शख्स
लेकिन, 12,000 से अधिक लाइक पाने वाले रेडिट थ्रेड पर इस अनुभव को याद करते हुए, यूजर ने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान, मैंने हमारे ब्रह्मांड के बारे में ऐसी बातें सीखीं, जो मैं नहीं जानना चाहता था. इसकी शुरुआत रोशनी से हुई. चकाचौंध करने वाली सफेद रोशनी हर तरफ थी. इसमें मैं नहा गया और मुझे शांति का अनुभव हुआ. यह एक आध्यात्मिक अनुभवों के सामान था. मुझे ऊपर चढ़ने का एक अलग एहसास हुआ, जैसे कि प्रकाश मुझे आसमान की ओर उठा रहा हो. मैं कई दरवाजों से गुजारा, जिन्हें मेरी चक्करदार चेतना ने मुश्किल से महसूस किया.
शख्स ने बताया कि मैं एक ऐसे स्थान पर पहुंच गया, जहां कोई आयाम नहीं है. एक ऐसी जगह जो वास्तविकता से परे है. यह तभी समझ में आया जब मैं वहां रहा. लेकिन उन्होंने यह भी दावा किया कि उनका सामना कई 'ठंडे' और 'मजाक करने वाले' प्राणी-जैसे आकृतियों से हुआ. जिन्होंने अपने अस्तित्व के बारे में भयावह सच्चाई बताई.
अजीब तरह के प्राणियों से हुआ सामना
उन्होंने आगे कहा कि पहले तो, अपने ईसाई परिवार में पले-बढ़े होने के कारण, मैं उन्हें देवदूत मानता था. अपने निराकार रूप में, मैंने उनके आलिंगन की आशा में, अपनी बाहें खोलने का आध्यात्मिक रूप से संकेत किया. इसके बजाय, मैंने स्वयं को उनकी शक्तियों से बंधा हुआ महसूस किया.
'स्वर्ग में बिताए 6 मिनट मुझे पूरी जिंदगी के समान लगा'
ये वे अलौकिक प्राणी नहीं थे जिनके बारे में मुझे बताया गया था कि वे हमारा इंतज़ार कर रहे हैं.स्वर्ग में बिताए छह मिनट एक पूरे जीवन के समान लगे. जब मिनटों का समय अचानक समाप्त हो गया, तो वे 'पृथ्वी' पर अपने शरीर में वापस लौट आए.
हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि उन जीव-जंतुओं ने उनसे कहा था कि वे उनके अस्तित्व के बारे में बाकी लोगों को न बताएं. मैंने जो अनुभव किया, उससे बदतर कुछ भी मैं कल्पना नहीं कर सकता. उन्होंने आगे कहा कि मैंने कई सप्ताह तक हर उस व्यक्ति को यह बताने की कोशिश की जो मेरी बात सुनने को तैयार था.
कई लोगों ने दी अपनी प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई यह कहानी सिर्फ एक असत्यापित अनुभव पर आधारित है. लेकिन रेडिट यूजर्स उस व्यक्ति के दृष्टिकोण से बहुत प्रभावित हुए तथा इस पोस्ट पर 400 से अधिक टिप्पणियां आईं, जिनमें पोस्ट करने वालों ने अपनी हैरानी और भय व्यक्त किया है.