scorecardresearch
 

गुजरात में एशियाई शेरों की संख्या बढ़कर 411 हुई

गुजरात के गीर के जंगलों में पिछले महीने हुई शेरों की गणना में यह बात सामने आई है कि दुनिया भर में, एशियाई शेरों का अंतिम वास माने जाने वाले इन जंगलों में इनकी संख्या में वर्ष 2005 में हुई गणना के मुकाबले 52 शेरों की बढ़ोत्तरी हुई है और अब यह संख्या बढ़ कर 411 हो गई है.

Advertisement
X

गुजरात के गीर के जंगलों में पिछले महीने हुई शेरों की गणना में यह बात सामने आई है कि दुनिया भर में, एशियाई शेरों का अंतिम वास माने जाने वाले इन जंगलों में इनकी संख्या में वर्ष 2005 में हुई गणना के मुकाबले 52 शेरों की बढ़ोत्तरी हुई है और अब यह संख्या बढ़ कर 411 हो गई है.

Advertisement

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बताया कि गणना में पाए गए शेरों में से 162 मादा और 97 नर शेर हैं. गणना में एक वर्ष से कम उम्र के शेर के बच्चों की संख्या 77 और एक वर्ष से तीन वर्ष के बीच के शेरों के बच्चों की संख्या 75 पाई गई है.

मोदी ने बताया कि वर्ष 2005 में हुई शेरों की गणना में गीर के जंगलों में 359 शेर पाए गए थे.

तीन जिलों जूनागढ़, अमरेली और भावनगर में फैले गीर के जंगलों में शेरों की गणना का काम 24 से 27 अप्रैल तक चला. शेरों की गणना के काम में 1600 वन अधिकारियों को लगाया गया.

पिछले पांच वषरें में सौ से अधिक शेरों की मौत हो गई. इनमें से कुछ की प्राकृतिक मौत हुई जबकि अन्य की आपसी संघर्ष और बीमारियों के चलते मौत हो गई. वन अधिकारियों ने बताया कि इस बार की गणना में रिकार्ड संख्या में शावक पाए गए हैं.

Advertisement
Advertisement