जर्मन आक्टोपस पाल की भविष्यवाणी फिर से सही साबित हुई. बार्सिलोना के कप्तान कार्लेस पुयोल के गोल से स्पेन ने यहां तीन बार के चैंपियन जर्मनी पर 1-0 की जीत से पहली बार फीफा विश्व कप के फाइनल में जगह बनाकर अपने फुटबाल इतिहास में नया अध्याय जोड़ा.
विश्व कप में 1934 से भाग ले रहा स्पेन तेरहवें प्रयास में खिताबी मुकाबले तक पहुंचने में सफल रहा, जहां 11 जुलाई को उसका मुकाबला हालैंड से होगा जिसने कल पहले सेमीफाइनल में उरूग्वे को 3-2 से हराया था. जर्मनी के मिरोस्लोव क्लोसे और लुकास पोडोलस्की जैसे स्ट्राइकर कुंद पड़े रहे जबकि फीफा रैंकिंग के दूसरे स्थान पर काबिज स्पेन ने डेविड विला की अगुवाई में शुरू से ही हमलावर तेवर अपनाये जिसका उसे 73वें मिनट में जाकर फायदा मिला. तब मैन आफ द मैच झावी के बायीं तरफ से लिये गये कार्नर पर पुयोल ने जोरदार हेडर से गेंद जाली में उलझायी जो बाद में निर्णायक गोल साबित हुआ.
यह भी संयोग है कि स्पेन ने 2008 में के यूरोपीय चैंपियनशिप के फाइनल में भी जर्मनी को 1-0 से हराया था जबकि उसने इस विश्व कप में नाकआउट दौर के अपने पिछले दोनों मैच में भी इसी अंतर से जीत दर्ज की थी. इन दोनों मैच में उसकी तरफ से विला ने गोल किये थे.
स्पेन विश्व कप के इतिहास में केवल दूसरी ऐसी टीम है जिसने लगातार तीन मैच 1-0 से जीतकर फाइनल में जगह बनायी. उससे पहले 2002 में जर्मनी ने यह कारनामा किया था. यही नहीं विश्व कप में ऐसा पहली बार होगा जबकि ब्राजील, अर्जेंटीना, जर्मनी या इटली में से कोई भी टीम फाइनल में नहीं पहुंची है. इसके साथ ही स्पेन दूसरी ऐसी टीम बन गयी जो यूरोपीय चैंपियन होने के साथ फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही.