परिवार के किसी सदस्य की मौत वो हादसा होती है जिससे उबर पाना लगभग नामुमकिन होता है. अमेरिका के कनेक्टीकट की Kisandra Santiago और उसकी दो बहनों के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ जब उन्होंने 39 साल की उम्र के अपने पिता को खो दिया. लेकिन किसंद्रा और उनकी बहनों ने पिता की मौत के 4 साल बाद उनके दिल की धड़कन सुनी तो वह भावुक हो गईं.
2019 में हुई थी पिता की मौत
दरअसल, जून 2019 में, उनके पिता, एस्टेबन सैंटियागो को मेडिकल इमरजेंसी का सामना करना पड़ा और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, यहां वह कोमा में चले गए और लाइफ सपोर्ट पर थे. उनकी सबसे बड़ी बेटी किसंद्रा सैंटियागो ने अपने परिवार के साथ अपने पिता को लाइफ सपोर्ट से हटाने का कठिन निर्णय लिया. एस्टेबन सैंटियागो की इच्छा का ध्यान रखते हुए परिवार ने उनके हृदय सहित उसके कुछ अन्य अंग दान कर दिए.
'कभी तो पिता की धड़कन सुनेंगे'
किसंद्रा की छोटी बहन कियाना ने एनबीसी को बताया कि वो परिवार के लिए सबसे कठिन दिन थे. उसे उम्मीद थी कि वह और उसके तीन भाई-बहन किसी दिन फिर से उनके दिल की धड़कन सुन सकेंगे. एस्टेबन की मौत के 4 साल बाद ये हुआ भी और ये अनुभव परिवार के लिए भावुक करने वाला था. दरअसल , लड़कियों ने 4 सालों में उस शख्स को ढूंढ लिया था जिसके शरीर में उनके पिता का हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया था.
'एस्टेबन के हार्ट के बिना मैं जीवित न होता'
ये हार्ट पीटर टुरजर को मिला थीा पीटर ने कहा- एस्टेबन के हार्ट के बिना मैं जीवित न होता. टुरजर की स्वास्थ्य समस्याएं 2016 में शुरू हुईं, जब वह एक कार दुर्घटना का शिकार हुए और उनके चोटों की सर्जरी के दौरान उन्हें कई बार कार्डियक अरेस्ट का सामना करना पड़ा. ओपन हार्ट सर्जरी से गुजरने और एक सप्ताह तक कोमा में रहने के बाद उनके जीवित रहने की उम्मीद नहीं बची थी तभी वह चमत्कारिक रूप से जीवित बच गए. हालांकि बाद में उनका हार्ट ट्रांस्प्लांट करना पड़ा.
जुलाई 2019 में ही, टर्ज़र को एस्टेबन सैंटियागो का दान किया हुआ हृदय लगाया गया. ट्रांसप्लांट सर्जरी सफल रही. पीटर ने कहा “हर दिन मैं उठता हूं, और मेरा हीरो साथ होता है. यह इतनी प्यारी चीज़ है जो भगवान ने मुझे दी है, और मैं इसे किसी भी तरह से हल्के में नहीं लेता.''
पीटर को गले लगाया और फूटकर रोने लगीं लड़कियां
सैंटियागो परिवार साउथ कैरोलीना में रहने वाले पीटर से फोन और वीडियो कॉल के जरिए लंबे समय तक जुड़ा रहा और इस माह जब पीटर उनसे मिलने आया तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा. एस्टेबन की बेटियों ने अपने पिता के दिल की धड़कन सुनने के लिए पीटर को बार -बार गले लगाया और फूटकर रोने लगीं.
'आपके पिता हमारे ही बीच हैं और...'
कियाना ने एनबीसी को बताया कि पीटर के यहां होने से हमें लगा कि हम अपने पिता को गले लगा रहे हैं. पीटर के साथ अजनबी नहीं बल्कि घर जैसा एहसास हुआ. पीटर ने उनसे कहा कि आपके पिता हमारे ही बीच हैं और आप जब चाहें मैं यहां रहूंगा और मैं अंग दान के लिए आपके परिवार का आभारी हूं.