एक नये अध्ययन में कहा गया है कि हर चार में से लगभग एक तारे में धरती जैसे ग्रह मौजूद हो सकते हैं जहां जीवन की गुंजाइश होगी.
सूर्य से मिलते जुलते 166 तारों का अध्ययन करने वाले अंतरिक्ष-विज्ञानियों के एक दल ने अपने अध्ययन में पाया कि तारों में ऐसे कई ग्रह हो सकते हैं जहां वातावरण न बहुत गर्म होगा न बहुत ठंडा जिनमें जीवन संभव है.
इस खोज का आशय यह हुआ कि हमारी आकाशगंगा में धरती जैसे अरबों ग्रह हो सकते हैं और न जाने कितने ऐसे अन्य ग्रह होंगे जहां जीवन मुमकिन हो सकता है.
‘डेली मेल’ की एक खबर में कहा गया है कि अंतरिक्ष-विज्ञानियों ने सूर्य जैसे पीले, जी-तरह के तारों या थोड़े छोटे नारंगी-लाल तारों पर शोध के लिए हवाई में दस मीटर की जुड़वां केक दूरबीन का इस्तेमाल किया.
अंतरिक्ष-विज्ञानियों ने पांच वषरें में ऐसे 33 से ज्यादा ग्रहों की पहचान करने का दावा किया है.
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉक्टर एंड्रयू हॉवर्ड का कहना है कि सूर्य जैसे लगभग सौ तारों में एक या दो ग्रह ऐसे हैं जिनका आकार बृहस्पति ग्रह के समान है और इनमें लगभग 12 ऐसी धरती हैं जो हमारी धरती से तीन से दस गुना तक बड़ी हैं.