बिहार के बोधगया में सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद केंद्र और नीतीश सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई हैं. बीजेपी और दूसरे दलों ने सरकार पर खुफिया एजेंसियों की चेतावनी के बावजूद हमला रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया है.
बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'केंद्रीय एजेंसियों ने इस हमले के बारे में चेतावनी दी थी और इस बारे में विशिष्ट सूचना दी गई थी कि बोधगया में हमला हो सकता है. इसके बावजूद राज्य सरकार की ओर से कोई उपयुक्त व्यवस्था नहीं की गई. केंद्र सरकार को भी ऐसे हमले रोक पाने में विफल रहने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'केंद्रीय एजेंसियों ने कहा था कि म्यामांर में जो कुछ हो रहा है, ऐसे में बोधगया मंदिर में आतंकी हमले के प्रयास हो सकते हैं. इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया.' बीजेपी नेता ने कहा कि आतंकवादियों ने विश्व को शांति का संदेश देने वाले बुद्ध के मंदिर को निशाना बनाया. यह गंभीर मामला है.
जावड़ेकर ने कहा, 'बीजेपी बोधगया में आतंकी हमले की निंदा करती है। हम मांग करते हैं कि केंद्र और राज्य सरकार ऐसे कदम उठाये कि इस तरह की घटना दोबारा न हो.' उन्होंने कहा कि अन्य बौद्ध स्थलों पर भी सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाने चाहिए.
वहीं लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने भी नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि विस्फोट से राज्य सरकार की विफलता उजागर हुई है जिसने इस हमले को विफल बनाने के लिए समय रहते कदम नहीं उठाया.
पासवान ने कहा, 'भारत सरकार की ओर से अलर्ट जारी किए जाने के बावजूद धमाके हुए. इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री और राज्य सरकार पर आती है और इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार की छवि को नुकसान पहुंचा है.'
वहीं राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आईबी के अलर्ट के बाद भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए, इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार को लेनी होगी.