दुनिया के सबसे वांछित कुख्यात आतंकवादी अल-कायदा नेता ओसामा बिन लादेन के व्यक्तित्व के कई दिलचस्प पहलू भी हैं. वह न सिर्फ पढ़ने का बेहद शौकीन है साथ ही उसमें वॉलीबॉल और फुटबॉल को लेकर गजब की दीवानगी भी है.
कभी लादेन के अंगरक्षक रहे नासिर अल-बहरी की किताब में यह दावा किया गया है.
‘द संडे टाइम्स’ ने नासिर के हवाले से दी गई खबर में कहा है कि पुस्तक में वर्णित तथ्यों के मुताबिक दुनिया का सबसे वांछित व्यक्ति वॉलीबॉल का बहुत अच्छा खिलाड़ी भी है. ‘‘वह बहुत लम्बा है और उसे गोल पोस्ट में गेंद डालने के लिये उछलना नहीं पड़ता.’’ ‘इन द शैडो ऑफ बिन लादेन’ शीषर्क से प्रकाशित इस किताब में कहा गया है कि लादेन फुटबॉल का भी शौकीन है और वह सेंटर फारवर्ड पोजीशन पर खेलना पसंद करता है लेकिन खेलने के दौरान उसने अपनी पगड़ी कभी नहीं उतारी. इसके अलावा लादेन घुड़दौड़ में भी खासी दिलचस्पी रखता है.
नासिर ने लिखा है कि अलकायदा नेता पढ़ने-लिखने के मामले में भी काफी आगे है और उसे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सबसे प्रेरणादायी सैन्य कमांडरों में शुमार किये जाने वाले ब्रितानी फील्ड मार्शल बर्नार्ड मोंटगोमरी तथा फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति जनरल चार्ल्स डी गाले के संस्मरण पढ़ना अच्छा लगता है.{mospagebreak}
बहरहाल, किताब के मुताबिक लादेन की निजी जिंदगी बहुत दुश्वारियों भरी है. उसकी चार बीवियों की आपसी तकरार इस परेशानियों का कारण है. किताब के मुताबिक लादेन अपनी चारों बीवियों से किसी तरह के झगड़े को टालने की भरसक कोशिश करता है. अपनी पहली पत्नी पर उसका जरा भी जोर नहीं चलता.
लादेन अपनी इस खूबसूरत लेकिन अनपढ़ सीरियाई बीवी को अपनी दूसरी बीवी से जलन करने से नहीं रोक पाता. लादेन की दूसरी पत्नी सम्भ्रांत घराने की सउदी महिला है और अलकायदा नेता उससे ‘इस्लामी विज्ञान’ से जुड़े मुद्दों पर अक्सर सलाह-मशविरा करता है.
किताब के मुताबिक वर्ष 2000 में लादेन की पांचवी दुल्हन के यमन से आगमन पर उसकी पहली चार बीवियों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. अल बहरी के मुताबिक लादेन की पांचवीं बीवी ने अफगानिस्तान की पहाड़ियों में उसकी सबसे विश्वसनीय सिपाही के रूप में करीब चार साल तक सेवा की थी.
अल बहरी का मानना है कि लादेन इस वक्त पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के वजीरिस्तान में छुपा है, लेकिन उसे जिंदा पकड़ना सम्भव नहीं लगता. एक घटना का जिक्र करते हुए अल बहरी ने कहा कि एक बार ‘शेख’ (लादेन) ने मुझे एक पिस्तौल सौंपने के साथ हिदायत दी थी कि अगर उसके पकड़े जाने की स्थिति बने तो उसके सिर में दो गोलियां उतार दी जाएं.
वर्ष 1996 से 2000 तक लादेन के अंगरक्षक रहे अल-बहरी को अमेरिका की कैद में रहने के बाद मुक्त कर दिया गया था.