सोशल मीडिया पर पाकिस्तान कुछ ना कुछ ऐसी खबरों से छाया रहता है, जो इसकी आर्थिक हालत, राजनीतिक अस्थिरता से जुड़ी रहती है. कुछ ऐसे भी खबरें भी होती है जो उनके राजनेता या सरकारी फैसले भी होते हैं. जैसे हाल ही खबर आई थी की पाकिस्तान गधों की बिक्री के जरिए मुनाफा कमाने की कोशिश कर रही है. कुछ इसी तर्ज पर एक और खबर आई की पाकिस्तान चूहे से निपटने के लिए बिल्लियों को हायर करेगी.
जियो न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान की कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इसके लिए 12 लाख पाकिस्तानी रुपए का बजट तय किया है. जियो न्यूज की रिपोर्ट कहती है पाकिस्तान की संसद में चूहों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ये चूहे पाकिस्तान के संसद के गोपनीय फाइलों को कुतर देते थे. साथ ही पाकिस्तान के संसद के इलेक्ट्रिक तारों के साथ भी छेड़छाड़ करते थे. इसके लिए फैसला लिया गया की पाकिस्तान की संसद चूहों से निपटने के लिए बिल्लियां तैनात करेगी.
CDA इन चूहों को खत्म करने के लिए प्राइवेट एक्सपर्ट की मदद लेने की भी योजना बना रही है. इसके अलावा चूहों को पकड़ने के लिए खास तरह के चूहेदानी भी लगाई जाएगी. बता दें इससे पहले पाकिस्तान के गधों के बेचने की खबर आई थी. जहां पाकिस्तान गधों के जरिए मुनाफा कमाने का प्लान बना रहा था.
क्या है पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था से गधों का कनेक्शन
सोशल मीडिया पर हाल ही पाकिस्तान के गधे भी छाये थे. खबर थी पाकिस्तान में गधों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. हाल ही में पेश हुए पाकिस्तान के आर्थिक सर्वे के मुताबिक, देश में गधों की संख्या एक साल में 1 लाख बढ़कर 59 लाख हो गई है, जो 2022 में 58 लाख थी. बता दें, पाकिस्तान गधा पालने के ंमामले में तीसरे नंबर पर रहा है.
पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने बताया कि मवेशियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. दरअसल, पाकिस्तान सरकार ने गधों की खाल और मवेशियों के उत्पादों को चीन निर्यात करने का फैसला किया था. जिससे पशुपालन से जुड़े 80 लाख लोगों की आय में 40% की वृद्धि हुई है. यूं कहे गधों के निर्यात से पाकिस्तान को विदेशी मुद्रा भी मिल रही है. जिसका असर पाकिस्तान के खजानों पर भी पड़ रहा है.