पाकिस्तान के पॉपुलर डेटिंग एप Muzz के एक एक कैंपेन को लेकर काफी बवाल हो रहा है. लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस एप पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. कंपनी के वायरल कैंपेन में बिलबोर्ड लगाए गए हैं. जिनमें हिंदी भाषा में एक टैगलाइन है. इसमें लिखा है, 'कजिन्स को छोड़ो, कोई और ढूंढो.' लोगों का कहना है कि ऐसा करके कंपनी सामानिज मानदंडों को चुनौती देने की कोशिश कर रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस कैंपेन का उद्देश्य पारंपरिक बंधनों को तोड़ना बताया जा रहा है. कैंपेन के लिए लगाए गए बिलबोर्ड की तस्वीर कई सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर वायरल हो गई है. एक यूजर का कहना है, 'यहां तक कि Muzz एप भी आप लोगों से तंग आ गया है.' एक अन्य यूजर ने कैंपेन की तस्वीर शेयर कर लिखा, 'ये मैं अपने कजिन को भेज रही हूं, जो अपनी ही एक कजिन से प्यार करता है और उसने मुझे छोड़ दिया.' लोगों के कमेंट से ऐसा प्रतीत होता है कि उन पर अपने ही कजिन्स से शादी करने का कितना दबाव है.
कई अन्य लोगों ने भी इस मामले में कमेंट किए हैं. एक यूजर ने कहा, 'आप कराची में मार्केटिंग का सबसे खराब स्तर देख सकते हैं.' एक अन्य यूजर ने लिखा, 'अगर ऐसा होने लगा, तो पाकिस्तान के आधे पुरुष हमेशा के लिए सिंगल रह जाएंगे.' तीसरे यूजर का कहना है, 'पाकिस्तान में डेटिंग एप्स खराब हो गए हैं.' वहीं चौथे यूजर ने लिखा, 'मुझे याद है कि कार चलाते समय मैंने यह देखा था और मैं इतनी जोर से हंसा कि मैंने अपनी मां को डरा दिया.'
बता दें, पाकिस्तान सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में मुस्लिम समुदाय में कजिन्स के साथ शादी लंबे समय से चली आ रही परंपरा है, जो सांस्कृतिक और धार्मिक प्रथाओं में गहराई से निहित है. इस प्रथा को पारिवारिक संबंधों को बनाए रखने, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और सामाजिक बंधनों को मजबूत करने के एक तरीके के रूप में देखा जाता है. परिवार के भीतर शादी करने की परंपरा समाज में गहराई से समाई हुई है, जिसे अक्सर साझा मूल्यों को सुनिश्चित करने के तौर पर भी देखा जाता है.