डिजिटल पेमेंट कंपनी Paytm को चलाने वाली फिनटेक स्टार्टअप कंपनी One97 Communications Ltd के आईपीओ की लिस्टिंग हो गई है. लिस्टिंग सेरेमनी में इसके फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा भावुक हो गए. उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े. इस बुलंदी तक पहुंचने वाले विजय शेखर शर्मा की कहानी लोगों के लिए मिसाल है.
2.4 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ वाले विजय शेखर शर्मा 27 साल की उम्र में 10,000 रुपये प्रति माह कमा रहे थे. इस वजह से उन्हें कोई दुल्हन भी नहीं मिल रही थी. 2010 में डिजिटल भुगतान फर्म पेटीएम की स्थापना करने वाले शर्मा ने रॉयटर्स को बताया, '2004-05 में मेरे पिता ने मुझे अपनी कंपनी बंद करने और 30,000 रुपये में नौकरी करने के लिए कहा.'
Paytm फाउंडर ने कहा कि उस समय प्रशिक्षित इंजीनियर एक छोटी कंपनी के माध्यम से मोबाइल सामग्री बेचता था. विजय शेखर शर्मा ने कहा- 'यह जानने के बाद कि मैं करीब 10 हजार रुपये महीने ही कमा रहा हूं, संभावित दुल्हनों के परिवार वाले हमें कभी वापस कॉल नहीं करते थे. मैं एक अयोग्य बैचलर बन गया था.' बता दें कि अब विजय शेखर शर्मा शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा भी है.
पिछले हफ्ते 43 वर्षीय विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम के 2.5 अरब डॉलर के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) का नेतृत्व किया. उनकी फिनटेक फर्म एक नए भारत की पहचान बन गई है.
भारत के सबसे अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश राज्य के एक छोटे से शहर में एक टीचर पिता और गृहिणी मां के घर जन्मे विजय शेखर शर्मा 2017 में भारत के सबसे कम उम्र के अरबपति बने, वह अभी भी सड़क किनारे गाड़ी में चाय पीना पसंद करते हैं और अक्सर दूध खरीदने के लिए सुबह की सैर पर खुद निकल पड़ते हैं.
नेटवर्थ पढ़कर मेरी मां ने पूछा था ये सवाल
2015 में चीन के एंट ग्रुप ने पहली बार पेटीएम में निवेश किया था, उस समय के बारे में विजय शेखर शर्मा ने कहा, 'लंबे समय तक मेरे माता-पिता को पता नहीं था कि उनका बेटा क्या कर रहा है, एक बार मेरी मां ने एक अखबार में मेरी नेटवर्थ के बारे में पढ़ा और मुझसे पूछा- विजय क्या आपके पास वास्तव में उस तरह का पैसा है?'