अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी वादों पर लिखे गए किताब 'फेंकु जी अब दिल्ली में' पर बैन की मांग की गई है. गुजराती में लिखी गई इस किताब को लेकर अहमदाबाद कि सिटी सिविल कोर्ट में शनिवार को एक पीआईएल दायर की गई है.
पीएम मोदी को भी बनाया पक्ष
गुजराती में लिखी गई किताब फेंकुजी हवे दिल्लीमां यानी (Fekuji is now in Delhi) को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता नरसिंहभाई सोंलकी ने स्थानीय कोर्ट का दरवाजा
खटखटाया है. किताब का विरोध कर रहे सोंलकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस मामले में एक पक्ष बनाया है. उनका कहना है कि इस किताब के शीर्षक और इसमें लिखी बातों को आपत्तिजनक पाया है. सोलंकी ने सिविल कोर्ट में इस किताब के प्रकाशन और बिक्री पर तुंरत रोक लगाने की गुजारिश की है.
क्या कहते हैं लेखक
इस किताब के लेखक जे आर शाह का कहना है कि केंद्र सरकार के 2 साल पूरे हो गए हैं. इस पर सरकार जश्न भी मान रही है, लेकिन जो वादे चुनाव के टाइम पर किए गए थे, वो वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए हैं. जनता में जागरुकता के लिए ये किताब लिखी गई है.