अलगाववादी नेता मसरत आलम को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया गया है. त्राल मार्च के मद्देनजर मसरत को गुरुवार रात नजरबंद किया गया था जबकि शुक्रवार सुबह उसे गिरफ्तार कर लिया गया. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी राष्ट्र हित ध्यान में रखती है.
उन्होंने कहा, 'बीजेपी राष्ट्र हित का ध्यान रखती है. देश का अपमान करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मसरत अरेस्ट हुआ है तो सिर्फ बीजेपी के दबाव में.' वहीं कांग्रेस नेता ताज मोउद्दीन ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'मसरत को पहले रिहा ही नहीं किया जाना चाहिए था. मसरत की रिहाई बहुत बड़ी भूल थी.'
बीजेपी प्रवक्ता सांबित पात्रा ने कहा, 'मसरत का अरेस्ट दबाव में नहीं, यह तो उसके साथ होना ही चाहिए था. मसरत के कारनामे से सरकार खफा थी. किसी भी देश में ये सब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पार्टी से ऊपर देश है, देशद्रोह किसी का बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.'
बीजेपी के नलिन कोहली ने मसरत की गिरफ्तारी पर कहा, 'बीजेपी के इरादे बहुत साफ हैं कि कोई भी देशद्रोही हरकत स्वीकार्य नहीं है.'
नेशनल पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन भीम सिंह ने इस मामले में कहा, 'इसका सबसे बड़ा क्रेडिट भारतीय मीडिया को दिया जाना चाहिए. मीडिया ने इस मुद्दे को सबके सामने रखा. कई मसरत आलम बनाए गए हैं. मुझे लगता है कि गिलानी उसे अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहता है. सबको पता है वो किस स्कूल से आया है. वो उस पर नियंत्रण नहीं रखना चाहते.' दिग्विजय सिंह ने कहा, मसरत के खिलाफ देशद्रोह का केस क्यों नहीं दर्ज किया जा रहा है. हम पर इल्जाम लगाते थे कि हम कसाब को बिरयानी खिलाते हैं तो ये मसरत को क्या खिलाएंगे?
वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया-
Want to know under what sections Alam and Geelani have been arrested.Have they been arrested for Sedition or Waging a War against the Nation
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 17, 2015
मस्सर्रत आलम और गिलानी जम्मू कश्मीर की सरकार की मेहमान नवाज़ी में बिरयानी नौश फ़रमा रहे हैं । क्या उन पर देश द्रोह का मुकदमा दायर हुआ है ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 17, 2015