केरल के एक बुजुर्ग दंपति का घर बैठे ही आधार कार्ड बन गया. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की पहल पर पहली बार किसी के घर आधार कार्ड बनाने वाली पूरी टीम कंप्यूटर, वेबकैम, फिंगरप्रिंटिंग मशीन और आई स्कैनर जैसे संसाधन पहुंचे और वही बैठ-बैठे आधार कार्ड बनाया गया.
इस वजह से नहीं बन पा रही थी आधार कार्ड
दरअसल हम बात कर रहे हैं वित्तीय सलाहकार राजा शिवराम की जो पलक्कड़ से बाहर दूसरे शहर कोयंबटूर में रहते हैं. पेरेंट्स की हालत ठीक नहीं होने की वजह से वह उन्हें अपने साथ कोयंबटूर में अपने साथ रखना चाहते थे लेकिन इसके लिए कोई आईडी नहीं थी. साथ ही तबीयत ठीक न होने के चलते वे दोनों आधार कार्ड के इनरोलमेंट सेंटर तक नहीं जा सकते थे जिसकी वजह से आधार कार्ड नहीं बन पा रहा था.
महज तीन दिन में दूर हुई शिकायत
इसी सिलसिले में शिवराम ने 21 जनवरी को पीएमओ को मेल किया. जिसके बाद सारी समस्या सुलझ गई. महज तीन दिन बाद घर पर आधार कार्ड बनाने वाली पूरी टीम आई और उनके माता-पिता का आधार कार्ड बन गया. इसमें आभार व्यक्त करते हुए शिवराम ने लिखा है,'मैं प्रधानमंत्री और उनकी टीम को दिल से धन्यवाद देता हूं. एक आम इंसान की शिकायत तीन दिन में दूर की गई.'
गौरतलब है कि हाल ही में एक रिपोर्ट के मुताबिक नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद शिकायतों में काफी बढ़ोतरी हुई है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक साल 2015 में पीएमओ को 8 लाख से ज्यादा शिकायतें मिलीं जिनमें से करीब 6.7 लाख मामले सुलझाए गए.