भारतीय रेलवे में कार्यरत पांच खिलाडी 2012 के लंदन ओलंपिक खेलों के लिए ‘क्वालीफाई’ करने पर उत्साहित रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने अपने रेल बजट में ऐलान किया कि हर साल दस खिलाडियों को ‘रेल खेल रत्न’ पुरस्कार दिये जाएंगे.
रेलमंत्री ने लोकसभा में 2012-13 का रेल बजट पेश करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष दस खिलाडियों को उनके वर्तमान प्रदर्शन के आधार पर इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा . इसके अलावा पुरस्कार विजेताओं को अपने कौशल को और अधिक निखारने के लिए विश्वस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि भारतीय रेल देश में खेलकूद की अग्रणी संरक्षक है जो प्रत्येक वर्ष 1000 से अधिक प्रशिक्षित खिलाडियों को रोजगार मुहैया कराती है. भारतीय रेल 55 राष्ट्रीय चैम्पियनशिपों में भाग लेती है और वर्तमान में 29 राष्ट्रीय खिताब उसके पास हैं.
त्रिवेदी ने कहा कि 2011 में रेलवे के सात खिलाडियों ने अर्जुन पुरस्कार और मेजर ध्यानचंद पुरस्कार जीते. उन्होंने रेलवे खेलकूद के लिए कार्ययोजना का प्रस्ताव करते हुए कहा कि इससे ऐसा वातावरण तैयार होगा, जिसमें खिलाडियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सही अवसर तथा सफलता प्राप्त करने के लिए उन्हें आवश्यक उपकरण प्रदान किये जाएंगे.
उन्होंने यह घोषणा भी की कि रेलवे के खिलाडियों द्वारा और बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत पेशेवर तरीके से खेलों के प्रोत्साहन का प्रबंधन करने के लिए रेलवे खेलकूद संवर्धन बोर्ड आवश्यक साधन मुहैया कराएगा.