जैसे ही हम नाजी तानाशाह एडॉल्फ हिटलर के विषय में सोचना शुरू करते हैं. एक तस्वीर हमारे सब कॉन्शियस में बनती है. हम उसे आसानी से पहचान लेते हैं. अपने अंतर्मन में हमें एक ऐसा नाटा व्यक्ति दिखाई देता है जिसका चेहरा भावहीन है. उसकी बड़ी बड़ी आंखें और अजीब सी लेकिन घनी मूंछ है.माना जाता है कि हिटलर ने इसे शेव करने से इनकार कर दिया था.
और यहां तक कि मृत्यु के दिन भी, जब उसने बर्लिन में सोवियत सैनिकों के हमले के बाद खुद को सिर में गोली मारी थी उस दिन भी उसकी मूंछों को कायदे से तराशते हुए ट्रिम किया गया था.
एक निर्मम व्यक्ति के रूप में मशहूर हिटलर ने 80 साल पहले 30 अप्रैल, 1945 को अपने भूमिगत फ्यूहररबंकर में खुद को मार डाला था.
हिटलर्स लास्ट डे: मिनट बाय मिनट नामक पुस्तक से हिटलर की मूंछों के विषय में कुछ बेहद रोचक बातें पता चली हैं.
जोनाथन मेयो और एम्मा क्रेगी द्वारा लिखित पुस्तक के एक अंश में इस बात का जिक्र है कि, मृत्यु के कुछ सेकंड बाद, हिटलर का नाई, ऑगस्ट वोलेनहॉट, उसके बालों और मूंछों को ट्रिम करने के लिए बेडरूम में आता है.
बताया ये भी जाता है कि हिटलर की मूंछें उसकी असामान्य रूप से बड़ी नाक को ढकने के लिए डिज़ाइन की गई थीं.
कहा ये भी जाता है कि मूंछों की इस शैली की उत्पत्ति अमेरिका में हुई, जहां इसे टूथब्रश मूंछ के रूप में जाना जाता था.
चाहे वो चार्ली चैपलिन रहे हों या फिर वॉल्ट डिज़्नी अगर हम उनकी तस्वीरों को देखें तो उन लोगों की भी मूंछें भी हिटलर की तरह थीं.
तो जिस तरह की मूंछें हिटलर की थीं उससे इतना तो साफ़ है कि जर्मन तानाशाह अपनी विशाल नाक को लेकर इतना असुरक्षित था कि उसने उन्हें मूंछों से ढक दिया था.
इन बातों के बाद हिटलर की मूंछों को लेकर एक अहम खुलासा और हुआ है. पता चलता है कि हिटलर ने हमेशा ही टूथब्रश मूंछ नहीं रखी. शुरुआती दौर में वह अपने पिता की तरह हैंडलबार मूंछें रखता था.
तो क्यों हटा दी हिटलर ने अपनी शुरुआती बड़ी मूंछें
द वर्ल्ड वॉर्स नामक एक हिस्ट्री चैनल शो को देखें तो पता चलता है कि हिटलर ने हैंडलबार मूंछों को हटाकर टूथब्रश शैली की मूंछों का चयन क्यों किया.
शो में बताया गया है कि हिटलर जब युवा था और प्रथम विश्व युद्ध में एक सैनिक था, को उसकी हैंडलबार मूंछें उसके गैस मास्क को कसकर बंद होने से रोकती थीं. जिसके चलते उसने इन्हें काट दिया.
शो के कार्यकारी निर्माता स्टीफ़न डेविड ने द रैप को बताया कि, उसे मूंछें मुंडवाने का आदेश नहीं दिया गया था, लेकिन वास्तव में जब वह अस्पताल में थे तब उन्होंने मूंछें मुंडवा लीं.
गौरतलब है कि जर्मनी में जब नाज़ी पार्टी सत्ता में आई तो उस समय भी हिटलर ने अपना टूथब्रश लुक जारी रखा. प्रथम विश्व युद्ध के बाद ये चीज कुछ इस तरह ट्रेंड में आई कि प्रथम विश्व युद्ध से द्वितीय विश्व युद्ध के बीच ये फैशन बन गई.