फिलीस्तीनी इंजीनियरों ने मरहूम नेता यासर अराफात की कब्र खोदी, ताकि उनके अवशेष से जहर की जांच के नमूने लिए जा सकें. इस मौके पर स्विट्जरलैंड, फ्रांस और रूस के जांचकर्ताओं एवं विशेषज्ञों के अतिरिक्त अराफात की मौत की जांच कर रही फिलीस्तीनी समिति के प्रमुख तौफीक तिरावी भी मौजूद थे.
सूत्रों के अनुसार, अराफात के शव के अवशेष अब भी कब्र में हैं. कब्र से निकाले जाने के बाद इन्हें पास के ही मस्जिद में ले जाया जाएगा. इस प्रक्रिया को गोपनीय रखने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
अराफात की कब्र से उनके अवशेष इसलिए लिए जा रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि 11 नवंबर, 2004 को फ्रांस के एक अस्पताल में उनकी मौत किस कारण से हुई थी? कहीं यह जहर की वजह से तो नहीं हुई थी? फिलीस्तीनियों को संदेह है कि इजरायल ने उन्हें जहर दिया था. इस साल की शुरुआत में स्विट्जरलैंड के विशेषज्ञों ने अराफात के निजी समानों, जैसे-अंडरवियर और टूथब्रश की जांच की थी, जिस पर रेडियोएक्टिव पदार्थ पोलोनियम-210 पाए गए थे.
अराफात की पत्नी सुहा ने याचिका दायर कर फ्रांस के अस्पताल से अपने पति की मौत की जांच कराने की मांग की थी.