
Richest man in the world 2022: मैक्स फोश (Max Fosh) एक यूट्यूबर (YouTuber) हैं. उन्होंने दावा किया है कि वह सात मिनट के लिए दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए थे. मैक्स फोश के यूट्यूब (YouTube) पर 6 लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं. दरससल, उन्होंने यूट्यूब पर जो वीडियो एक शेयर किया.
जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने कैसे एक कंपनी बनाई लेकिन उसे तुरंत खत्म करना पड़ा. ब्रिटिश अथॅरिटी ने इसे धोखाधड़ी करार दिया. पर उनके मुताबिक वह 7 मिनट के लिए वे दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए.उनके इस वीडियो को 7 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में रहने वाले यूट्यूबर मैक्स फोश ने दावा करते हुए कहा कि उन्होंने दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क (Elon Musk) को गद्दी से नीचे उतार दिया है. दरसअल, उन्होंने जो वीडियो बनाया उसमें वह ये दाव ठोकते हुए नजर आए कि वह सात मिनट के लिए सबसे अमीर आदमी बन गए थे. इस बारे में उन्होंने एक पेपर भी दिखाया.
फोश के वीडियो में क्या था खास?
फोश ने अपने वीडियो में दावा किया उन्होंने मार्केट कैपिटलाइजेशन का फायदा उठाया. वीडियो में आगे उन्होंने कहा, 'ब्रिटेन में कंपनी बनाना बहुत आसान है. कंपनी हाउस नाम से कुछ होता है, आपको एक अनिवार्य रूप से फॉर्म भरना होता है.' मजाकिया लहजे में उन्होंने अपने वीडियो में दावा किया और अपने बिजनेस वेंचर्स का नाम ' अनलिमिटेड मनी लिमिटेड बताया'. आगे उन्होंने वीडियो में बताया था कि वह इस कंपनी में मैक्रॉनी, नूडल्स, सोसेज और इससे ही जुड़े आटे के प्रोडक्ट बनाएंगे.
बिजनेस वेंचर्स के शेयर बांटने का था इरादा!
फोश का इरादा था कि वह अपने बिजनेस वेंचर्स के शेयर बांटें. अपने बिजनेस की वैल्यू उन्होंने 10 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा की रखी थी. कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के करीब होता. ऐसे में वह दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क से आगे निकल जाते. हालांकि, निवेशक उनके झांसे में नही आए. उन्होंने एक शेयर की कीमत 5 हजार रुपए के करीब रखी थी, जिसे महज एक महिला ने खरीदा.
ब्रिटिश अथॉरिटी ने भेजा था पत्र
उनकी इस हरकत के बाद ब्रिटिश अथॉरिटी ने उन्हें एक पत्र भेजा. जिसमें ये कहा गया कि 'अनलिमिटेड मनी लिमिटिड' का मार्केट कैप 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा लगाया गया, जबकि कंपनी की रेवेन्यू से संबंधित कोई एक्टिविटी नहीं थी.' यहीं से ब्रिटिश अथॉरिटी को संदेह हुआ. हालांकि, इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी जल्दबाजी में बंद कर दी. लेकिन, उन्होंने दावा किया कि वह उन सात मिनट में दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन गए.