वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को लोकसभा में बजट पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि देश में बढ़ती महंगाई की मूल वजह तेल की बढ़ती कीमतें हैं. प्रणब ने पेट्रोल की बढ़ने वाली कीमतों के बारें में कहा कि तेल पर हमें कड़े फैसले लेने ही होंगे. उन्होंने आगे कहा कि भारत 10 करोड़ टन तेल का आयात करता है.
देश पर बढ़ते सब्सिडी बोझ की ओर ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि यह देश भविष्य के लिए बेहद चिंताजनक बात है. प्रणब ने बताया कि इस वित्त वर्ष में 49 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है.
गठबंधन राजनीति और इससे होने वाली मुश्किलों पर इशारा करते हुए प्रणब ने कहा कि ऐसे समय में आम सहमति से फैसले लेने पड़ते हैं, सभी सहयोगियों की बातें माननी पड़ती हैं. उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा कि सरकार अपने सभी सहयोगियों को साथ लेकर चलने की कोशिश करती है.
भविष्य की राह दिखाते हुए प्रणब ने कहा कि हमें सरकारी आय बढ़ाने के रास्ते खोजने होंगे. देश को खाद्य सुरक्षा देने वाली यूपीए के वित्त मंत्री प्रणब ने कहा कि इसके लिए हमें कृषि का उत्पादन बढ़ाना होगा जिसके लिए कृषि और बुनियादी क्षेत्रों में निवेश बढ़ाना होगा. हालांकि उन्होंने बताया कि देश में इस साल धान का रिकार्ड उत्पादन हुआ है जो कृषि में उठाए गए विकसित कदमों के कारण हुआ है.
उन्होंने कहा कि देश का टैक्स सिस्टम सुधारने की जरूरत है. उन्होंने उम्मीद जताई कि जीएसटी से देश में टैक्स सिस्टम सुधरेगा.
एक बार फिर दुनिया में मंदी के खतरे की ओर इशारा करते हुए प्रणब ने कहा कि सारे देश मंदी से जूझ रहे हैं. उन्होंने शेयर बाजार से एफआईआई के पैसा निकालने पर चिंता जताया.