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रूस के पास 'शव जलाने वाला वाहन', यूक्रेन से जंग में छिपा सकता है अपने मृतकों का आंकड़ा: रिपोर्ट

Russia-Ukraine Crisis Update: रिपोर्ट के मुताबिक, रूस Mobile Crematoriums के जरिए युद्ध क्षेत्र में ही मारे गए सैनिकों का अंतिम संस्कार कर सकता है. ये एक तरह का चलता-फिरता 'श्मशान घाट' है. 

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सांकेतिक फोटो (REUTERS)
सांकेतिक फोटो (REUTERS)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • युद्ध में मृतकों का आंकड़ा घटाने की तकनीक
  • विदेशी मीडिया की रिपोर्ट में किया गया दावा

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. दोनों ओर से मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. लेकिन युद्ध के बीच एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूसी सेना अपनी तरफ के मृतकों की संख्या कम करने के लिए 'मोबाइल शवदाहगृह' (Mobile Crematoriums) का उपयोग कर सकती है. 

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'Mobile Crematoriums' के जरिए युद्ध क्षेत्र में ही मारे गए सैनिकों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है. ये एक तरह का चलता-फिरता 'श्मशान घाट' है. रूस बख्तरबंद गाड़ियों के बीच 'मोबाइल शवदाहगृह' को लेकर चल रहा है. ऐसा रिपोर्ट में कहा गया है. 

युद्ध में 'मोबाइल शवदाहगृह' लेकर चल रहा रूस? 

Daily Telegraph की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने 'Mobile Crematoriums' वाले ट्रकों का एक वीडियो भी जारी किया है. जिसमें दिखाया गया है कि सामान्य से नजर आने वाले ट्रकों में 'Mobile Crematoriums' सिस्टम फिट किया गया है. ये सिस्टम इलेक्ट्रिक शवदाह गृह की तरह है, जिसमें शव को जलाया जा सकता है. 

रिपोर्ट में दावा किया गया कि Kremlin यूक्रेन के साथ युद्ध में अपने हताहतों की संख्या को छिपाने के लिए इन 'Mobile Crematoriums' को तैनात कर सकता है. ब्रिटिश रक्षा सचिव Ben Wallace का कहना है कि यह प्रणाली युद्ध के नुकसान को कवर करने का एक तरीका हो सकती है. 

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वहीं, 'डेली मेल' की रिपोर्ट के अनुसार, Mobile Crematoriums की आशंकाओं के बाद, रूस के सैनिकों की माताओं की समिति ने दावा किया है कि यूक्रेन में तैनात रूस के कई युवा सैनिकों को भर्ती करने के लिए धोखा दिया गया था. समिति की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि रूसी सैनिकों को बताया गया था कि वे अभ्यास करने के लिए सीमा पर जा रहे हैं.

समिति के उपाध्यक्ष आंद्रेई कुरोचकिन ने बताया- "हमें पूरे रूस में डरी हुई माताओं के फोन आए. वे रो रही हैं, उन्हें नहीं पता कि उनके बच्चे जीवित हैं या नहीं."

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