सेल्फी क्वीन, सेल्फी किंग और सेल्फी से जुड़ी ऐसी ही अन्य उपाधियां अगर आपको अच्छी लगती हैं. अगर आप बात-बात पर अपने दोस्तों और परिजनों के साथ सेल्फी लेते हैं तो सावधान हो जाएं. कहीं ऐसा न हो कि आगे चलकर आपको इस सेल्फी के कारण पछताना पड़ जाए. सेल्फी प्यार और खुशी के अलावा जूं भी बांटती है.
सेल्फी लेने के लिए आप अपने दोस्तों और परिजनों के इतने करीब आ जाते हैं कि सिर आपस में टकराने लगते हैं, बस खतरा यहीं है. जूं के न तो पंख होते हैं और न ही वह उछलकर एक सिर से दूसरे सिर में जा सकती हैं. लेकिन जैसे ही आपका सिर किसी ऐसे व्यक्ति से टकराता है, जिसके सिर में जूं हैं तो आपके सिर में भी जूं होने की आशंका बढ़ जाती है.
इसी साल अमेरिकी एक्सपर्ट ने सेल्फी की लत के प्रति लोगों को आगाह भी किया था. एक्सपर्ट का मानना है कि सेल्फी के कारण युवाओं और बच्चों में जूं फैलने की संभावना बढ़ जाती है. कैलीफोर्निया में जूं के इलाज के लिए दो सेंटर चलाने वाली मर्सी मैक्वीलिन कहती हैं, उन्होंने युवाओं में अचानक जूं की समस्या बढ़ते हुए देखी है. उन्होंने जूं की समस्या के लिए सेल्फी को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा, सेल्फी के लिए सभी के सिर आपस में टकराते हैं और इस दौरान जूं एक सिर से दूसरे में चले जाते हैं.
मर्सी मैक्वीलिन ने बताया कि उन्होंने जितने भी युवाओं का इलाज किया है उन सब ने माना कि वे हर रोज सेल्फ लेते हैं. उन्होंने सेल्फी के दीवानों को सलाह दी है कि वे जब भी अपने दोस्तों-यारों या परिजनों के साथ सेल्फ लें तो अपने सिर को उनके सिर से टकराने से बचें. यही नहीं उन्होंनें लड़कियों को भी सलाह दी है कि वे सेल्फी लेते समय अपने बालों को बांधकर रखें.