ब्राजील के रिटायर्ड फुटबॉल खिलाड़ी रोमारियो की गिनती दुनिया के सबसे महान फुटबॉलर्स में होती है. हाल ही में 56 साल के रोमारियो ने theplayerstribune.com के एक लेख में अपनी जिंदगी के कई राज का खुलासा किया.
वहीं, इस वक्त रोमारियो उम्र में 25 साल छोटी एक इंफ्लूएंसर को डेट कर रहे हैं जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर रोमारियो और उनकी प्रेमिका की काफी चर्चा हो रही है. बता दें कि रोमारियो फुटबॉल छोड़ने के बाद ब्राजील में राजनेता के तौर पर भी सक्रिय रहे हैं.
कौन हैं रोमारियो की प्रेमिका
उनकी नई प्रेमिका का नाम मार्सेले सिओलिन (Marcelle Ceolin) है. मार्सेले सिओलिन 31 साल की हैं. रोमारियो ने कुछ वक्त पहले गर्लफ्रेंड के हाथों में हाथ डाले एक फोटो पोस्ट की थी. दोनों एक रैप फेस्टिवल में साथ दिखे थे.
उनकी फोटो वायरल हो गई थी. रोमारियो को मीडिया रिपोर्ट्स में Womaniser भी कहा जाता रहा है. रोमारियो ने तीन बार शादी की है. 2010 में तीसरी पत्नी Isabelle Bittencourt से शादी करने के 2 साल बाद ही दोनों अलग हो गए थे.
मैच से पहले सेक्स
रोमारियो कहते हैं कि आपको वह करना चाहिए जिससे आपको लाभ होता है. मेरे लिए ये सेक्स है. मेरी जिंदगी में यह हमेशा अच्छा रहा है. कई बार तो मैं मैच के दिन बाकी खिलाड़ियों से अलग अपने घर पर रहता था. अगर मुझे महसूस होता था तो मैं मैच से ठीक पहले सुबह में अपनी पत्नी के साथ शारीरिक संबंध बनाता था. इसकी वजह से मैदान पर मैं शांत और हल्का मसहूस करता था.
कुत्ते से डरते हैं रोमारियो
जब रोमारियो 13 साल के थे तब वह एक बार अपनी दादी से मिलने गए थे. तभी दो कुत्तों ने उन पर अटैक कर दिया था. इसकी वजह से रोमारियो कुत्तों से डरने लगे. हालांकि, वे कहते हैं कि कुत्तों को वे सम्मान देते हैं और कोई नुकसान नहीं पहुंचाते. लेकिन उन्हें कुत्तों से डर लगता है.
मैच से पहले की रात क्या जाते थे नाइट आउट पर?
रोमारियो कहते हैं कि वे मैच से पहले कभी भी रात को बाहर नहीं जाते थे. हालांकि, रविवार को मैच हो तो शुक्रवार की शाम बाहर निकलते थे. रोमारियो यह भी कहते हैं कि उन्होंने कभी स्मोकिंग नहीं की और ड्रग नहीं लिया. शराब भी नहीं की. एक बूंद भी नहीं. कौन कहता है कि फन के लिए आपको खुद को बर्बाद करना होगा?
रोमारियो की खास पहचान
29 जनवरी 1966 को जन्मे रोमारियो की खास पहचान सबसे शानदार गोल स्कोरर के तौर पर रही है. 1994 World Cup में उन्हें Golden Ball के खिताब से नवाजा गया था और ब्राजील ने ये टूर्नामेंट अपने नाम किया था.