पाकिस्तान में हाल में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाली ब्रिटेन में जन्मीं पाकिस्तानी मूल की एक जबर्दस्त कॉमेडियन शाजि़या मिर्जा ने दावा किया है कि आयोजकों ने उनसे कहा था कि ऐसे चुटकुले मत सुनाना जिनमें धर्म, राजनीति, सेक्स और नशे का जि़क्र हो लेकिन कार्यक्रम के खत्म होने के बाद उन्हीं आयोजकों ने भांग, अफीम और वोदका के साथ उन्हें रात बिताने के लिए एक रूसी पुरष वेश्या की पेशकश की थी.
मिर्जा ने आस्ट्रेलिया के एक दैनिक अखबार के लिए लिखे कॉलम में अपना अनुभव बयां किया है. उन्होंने लिखा है, ‘आयोजकों ने मुझसे कहा कि धर्म, राजनीति, नशा और सेक्स के अलावा वह किसी भी विषय पर चुटकुला सुना सकती हैं.’
प्रतिष्ठित लाहौर यूनिवर्सिटी ऑफ मेनेजमेंट साइंस में आयोजित अपने कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा इंतजामों को देखकर मिर्जा को हैरानी भी हुई. मंच पर आने से पहले बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी ने उनसे कहा, ‘ख्याल रखना कि यहां आपके लिए सिर्फ हलाल कॉमेडी करना बेहतर होगा.’ मिर्जा लिखती हैं, ‘हलाल कॉमेडी क्या होता है. ऐसी कोई चीज नहीं है. मैं केवल हलाल बेकन (सुअर के मांस से बना) खाती हूं.’
कराची में सुरक्षाकर्मियों ने मिर्जा को बताया कि शहर के बाहरी इलाकों में पाकिस्तानी तालिबान घुसपैठ कर रहा है, इसलिए वह जो कुछ भी कहें, ध्यान से कहें. मिर्जा से कहा गया कि वह धर्म, सेक्स और ‘गे’ शब्द का तो बिल्कुल भी उल्लेख नहीं करें क्योंकि ‘पाकिस्तान में गे नहीं रहते.’ मिर्जा का मानना है कि पाकिस्तान यौन कुंठाओं से भरा है और उसकी कई समस्याओं की जड़ इसमें निहित हैं.
मिर्जा को बताया गया कि राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी पर व्यंग्य नहीं कसें क्योंकि इसके खिलाफ़ क़ानून है. उनका कहना है कि इन सब चेतावनियों के बावजूद लोग सबसे ज्यादा उन चुटकुलों पर हंसे जिनमें सेक्स, धर्म, राजनीति और ज़रदारी का किसी बहाने जि़क्र किया गया था.
वह लिखती हैं कि कार्यक्रम खत्म होने के बाद उन्हें भांग, अफीम और वोदका के साथ रात बिताने के लिए एक पुरष वेश्या की पेशकश की गई. मिर्जा ने अपने कॉलम में लिखा है, ‘पाकिस्तान में यौन बातों को लेकर लोगों का रवैया पाखंड भरा है. मैं मंच पर ‘गे’ शब्द नहीं कह सकती लेकिन बाद में मुझे ही नशे के साथ पुरष वेश्या की पेशकश की जाती है.’