शाहरुख खान स्कॉलरशिप जीतने वाली गोपिका कोट्टनथरायिल भासी. दो साल के लंबे इंतजार के बाद उन्हें अब इसका फायदा मिला है. वो अपने रिसर्च के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच गई हैं.
दरअसल, फरवरी 2022 में गोपिका को 1.5 करोड़ की स्कॉलरशिप मिली थी. जो कि बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के नाम पर दिया जाता है. ये अवार्ड गोपिका को खुद शाहरुख ने दिया था.
इसके कुछ हफ्तों बाद ही उसे मेलबर्न के ला ट्रोब यूनिवर्सिटी में जाना था. और वहां मधुमक्खियों पर रिसर्च के अपने सपने को पूरा करना था. लेकिन उन्हें इसके लिए 2 साल का इंतजार करना पड़ा.
अब गोपिका रिसर्च के लिए मेलबर्न पहुंच चुकी है. वो जल्द ही एग्रीकल्चर बायोसॉल्यूशन्स लेबोरेटरी में प्रोफेसर ट्रैविस बेडडो की रिसर्च टीम के साथ जुड़ जाएंगी. जो कि ला ट्रोब यूनिवर्सिटी के बुंदुरा कैंपस में है.
प्रोफेसर ट्रैविस बेडडो की टीम दुनिया में मधुमक्खियों को वायरस, प्रदूषण और पेड़-पौधों में होते बदलावों से बचाने के लिए नए तकनीक की खोज करेगी.
बता दें कि साल 2019 में शाहरुख खान ला ट्रोब यूनिवर्सिटी पीएचडी स्कॉलरशिप की घोषणा हुई थी. तब यूनिवर्सिटी ने किंग खान को उनके मानवीय कामों के लिए डॉक्टर ऑफ लेटर की उपाधि से सम्मानित किया था. तब यूनिवर्सिटी ने कहा था- इस स्कॉलरशिप का मकसद भारत के फीमेल रिसर्चरों को एक बेहतरीन मौका देना है. जो कि दुनियाभर में अपनी छाप छोड़ना चाहती हों.
कोविड की वजह से लंबा इंतजार
इस स्कॉलरशिप के लिए 800 से ज्यादा लोगों के बीच से गोपिका को चुना गया था. वो एक बायोलॉजिकल साइंटिस्ट हैं. और केरल के एक छोटे से गांव से आती हैं. उन्हें फार्मिंग और हाथियां बहुत पसंद है. उन्हें कोविड की वजह से अपना रिसर्च शुरू करने के लिए 2 सालों का लंबा इंतजार करना पड़ा. गोपिका ने कहा- इंडिया और ऑस्ट्रेलिया ने जल्द ही अपने बॉर्डर बंद कर लिए. जिसकी वजह से मुझे अपने सारे प्लान्स रद्द करने पड़े.
अपने दो साल के लंबे इंतजार को लेकर गोपिका ने SBS Malayalam से बातचीत में कहा- मुझे इस बात कि चिंता थी कि मेरे स्कॉलरशिप का क्या होगा? दूसरे इंटरनेशनल स्टूडेंट्स ने ऑनलाइन कोर्स शुरू कर दिया था. लेकिन रिसर्चर के तौर पर मेरे लिए ये संभव नहीं था. मुझे फिजिकली कैंपस में होना था.
गोपिका को शाहरुख से दोबारा मिलने का इंतजार
गोपिका ने कहा- सच ये है कि इन दो सालों ने मुझे आंत्रप्रेन्योर बनने में मदद की. दरअसल, उन्होंने इस दौरान इंग्लिश की कोचिंग शुरू कर दी थी. वैसे छात्रों के लिए जो विदेश में जाकर पढ़ाई करना चाहते थे. ताकि वो सही रास्ता अपना सकें. गोपिका को इस बात का भी गर्व है कि उन्होंने जिन छात्रों की मदद की उनमें से कई विदेश जा चुके हैं. और अपनी पढ़ाई भी शुरू कर चुके हैं.
गोपिका अब दोबारा शाहरुख से मिलने का इंतजार कर रही हैं. क्योंकि साल 2020 में स्कॉलरशिप देते हुए शाहरुख ने कहा था कि वो गोपिका से दोबारा ला ट्रोब यूनिवर्सिटी के कैंपस में मिलेंगे. गोपिका ने कहा- ये मुलाकात टी20 वर्ल्ड कप 2020 के दौरान होना था, लेकिन इस बार टी20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में ही होगा, और मैं उसका इंतजार कर रही हूं.