एक अमेरिकी कंपनी ने ब्रा में ऐसा हाईटेक उपकरण लगाने का दावा किया है जो स्तन कैंसर का शुरुआती अवस्था में ही पता लगा सकता है.
अगर स्तन कैंसर का शुरुआती अवस्था में ही पता चल जाए तो समय रहते इलाज होने की वजह से मरीज को बचाया जा सकता है. अभी तक इस बीमारी का पता लगाने के लिए मैमोग्राम को बेहतर और परंपरागत उपाय माना जाता रहा है. लेकिन यह तथ्य मैमोग्राम पर सवाल उठाता है कि इससे स्तन कैंसर का पता चलने के कम से कम छह साल पहले कैंसर की गांठें बनना शुरू हो चुकी होती हैं.
अमेरिकी कंपनी का मानना है कि उनका सेंसर युक्त उपकरण कैंसर की गांठों का शुरुआती अवस्था में ही पता चल सकता है जिसके बाद शीघ्र इलाज भी शुरू किया जा सकता है.
कंपनी ने ब्रा के अंदरूनी हिस्से में सेंसर लगाए हैं जो कैंसर की गांठ यानी ट्यूमर के बनने के साथ साथ रक्त वाहिनियों की वृद्धि की वजह से कोशिकाओं के तापमान में होने वाले किसी भी बदलाव को पकड़ सकते हैं.
सेंसर में ऐसा सॉफ्टवेयर भी होगा जो स्तन के उत्तकों में होने वाले परिवर्तन का पता लगा सकेगा. इसे ट्यूमर की मौजूदगी का संकेत मिल सकेगा.