हिंदी फिल्म जगत के महानायक अमिताभ बच्चन ने भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस और शौर्य की तारीफ करते हुये कहा है कि वे राष्ट्र, संस्कृति और सभ्यता के सच्चे संरक्षक हैं.
अमिताभ ने खड़गवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में नये रंगरूटों के समक्ष दिये भाषण में कहा, ‘संरक्षक के रूप में आप न केवल शांति की स्थापना के लिये बल्कि युद्ध के दौरान लड़ने के लिये भी प्रशिक्षित किये गये हैं. आपका काम ही हमारा जीवन और अंत है’.
बिग बी ने कहा कि किसी देश की सरकार तभी कारगर तरीके से काम कर सकती है जब वहां के नागरिक आत्मानुशासित हों. बालीवुड के ‘शहंशाह’ ने नये अधिकारियों से कहा, ‘राष्ट्रीय रक्षा अकादमी भारतीय संस्कृति का बेहतरीन उदाहरण है’.
बिग बी ने बताया कि आरंभ में भारत में लोकतंत्र को ‘आयात’ किया गया लेकिन जब देशवासियों को लगा कि यह उनके लिये अच्छा है तब उन्होंने इसे अपना बना लिया. अमिताभ ने सैनिकों से कहा, ‘किसी शत्रु को काबू करने के लिये भय सबसे बड़ा हथियार है’.
उन्होंने कहा कि सशस्त्र सेनाओं को दिल और दिमाग दोनों का इस्तेमाल करना होता है. इसलिये आपने जो कुछ भी यहां सीखा है उसे अपने अधीनस्थ लोगों को बताने की जिम्मेदारी भी आपकी है. इससे आपके आदेशों का पालन करने वाले सैनिकों को प्रेरणा मिलेगी.