{mosimage}इस बार छठ पूजा शनि की नजर में हैं. यानी कि अगर इस बार आपने इस महापर्व पर कुछ बातों का खयाल नहीं रखा तो आपको नहीं मिलेगा पूजा का पर्याप्त फल. सूर्य की आराधना के पर्व के शनिवार को पड़ने की वजह से इस बार आपको बरतनी होगी ऐहतियात. बात इतनी भर नहीं है. ज्योतिषियों के मुताबिक इस साल छठ का पर्व गंड मूल नक्षत्र में पड़ रहा है जो ज्योतिष के लिहाज से शुभ नक्षत्र नहीं माना जाता. यानि इस बार अगर आप कुछ उपाय नहीं करेंगे तो छठ माता का भरपूर आशीर्वाद नहीं मिल सकेगा. उनका वरदान पाने के लिए इस बार आपको करने होंगे कुछ खास जतन. इस बार छठ माता को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय करने होंगे जो निम्नलिखित हैं.
पहला उपाय
पूजा सामग्री में लौंग के सात जोड़े रखें ऊं शं शनैश्चराय नम: का जाप करें. एक एक जोड़े को अपने डाला या सूप में रखें. इससे कालसर्प दोष, पितृदोष, शनि दोष से मुक्ति मिलेगी.
दूसरा उपाय
दाहिने हाथ की मुठ्ठी में काली मिर्च लें शाम के अर्घ्य के समय काली मिर्च जल में छोड़ दें. ऊं त्र्यंबकम् यजामहे उर्वारुक मिव बन्धनात् मृत्युमुर्क्षीय मामृतात् या ऊं अर्द्धनारीश्वराय नम: का जाप करें. मंत्र का 7 बार या एक माला का जाप करें. गंभीर रोग ठीक हो जाएंगे, केतु दोष नष्ट हो जाएंगे.
तीसरा उपाय
छठ मैय्या के सामने तेल भरे मिट्टी के 7 दीए जलाएं. दीयों के सामने हाथ जोड़ें. षष्टांसा प्रकृत्याम् च सा च षष्ठी प्रकीतिर्ता बालका अधिष्ठात्री देवी विष्णुमाया च बालदा या ऊं शिवदुर्गायै नम: का जाप करें. पुत्र की प्राप्ति होगी, पुत्रों की बीमारी ठीक हो जाएगी, बच्चे दीर्घायु होंगे, बच्चे बुद्धिमान बनेंगे.
चौथा उपाय
घर में बरगद, आंवला, या श्यामा तुलसी का पौधा लगाएं, पूजा के स्थान पर भी रख सकते हैं. शाम के अर्घ्य के बाद पौधे के स्थान पर चार मुंह का घी का दीया जलाएं. बिना टूटे सात चावल के दाने लेकर परिजनों के सिर से सात बार घुमाएं, दीए में चावल छोड़ दें. आयुप्रदा च बालानाम् धारीरक्षणकारिणी, सततम् पार्श्व यथा योगेनो सिद्धि योगिनी या ऊं कात्यायनी नम: का जाप करें. मंत्र का सात बार या एक माला का जाप करें. अकाल मृत्यु का खतरा टल जाएगा, मानसिक बीमारी का डर नहीं रहेगा, माइग्रेन नहीं होगा.
पांचवा उपाय
शाम के अर्घ्य के बाद सवा घंटा रात में और सुबह सूर्य को अर्घ्य देने से सवा घंटा पहले मानसिक मंत्र का जाप करें. ऊं कम् कामेश्वरी नम: का जाप करें घर में लक्ष्मी रहेगी पति, पुत्र की तरक्की होगी, मनचाही नौकरी मिलेगी.
छठा उपाय
सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पीली सरसों एक मुठ्ठी में लें. सूर्य को देखते हुए हाथ ऊपर उठाएं और परिवार के कल्याण की कामना करें. ऊं भुर्भव: सूर्याय नम: का जाप करें. सात बार पाठ करें. परिवार का कल्याण होगा. अर्घ्य के बाद प्रसाद के ठेकुए में से एक गाय, एक बैल और एक ठेकुआ कुत्ते को खिलाएं, प्रसाद दोष रहित हो जाएगा, प्रसाद अमृत बन जाएगा.