
देश भर में लोगों के मोबाइल फोन में अपनी जगह बना चुकी ऑनलाइन लेन-देन की कंपनी पेटीएम के मालिक विजय शेखर शर्मा की इस कामयाबी पर उनके गृह जनपद अलीगढ़ के विजयगढ़ गांव में मौजूद लोग बहुत खुश होते हैं. कभी पैसों की तंगी से जूझने वाले विजय शेखर शर्मा आज करोड़ों-अरबों रुपये का कारोबार देश में संभाले हुए हैं.
इस बात पर उनके गांव से लेकर उनके परिवार के सदस्य भी खुद को बहुत गौरवान्वित महसूस करते हैं. 4 भाई-बहनों में विजय तीसरे नंबर के हैं.
पेटीएम के मालिक विजय शेखर शर्मा के होमटाउन विजयगढ़ गांव को वैद्य नगरी के नाम से भी जाना जाता है. विजय शेखर शर्मा के बाबा एक प्रतिष्ठित वैद्य व समाजसेवी रहे थे. एक इंटर कॉलेज की स्थापना भी इनके बाबा ने की थी.
बचपन में जब टॉप आए शर्मा
विजय बचपन से ही एक शांत व प्रतिभशाली छात्र रहे हैं. पड़ोस की एक टीचर अपने साथ इनको स्कूल ले जाया करती थीं. उसी दौरान जब एग्ज़ाम हुए तो विजय ने टॉप किया जिसके बाद स्कूल की सभी टीचर्स ने इनके पिता से आग्रह किया कि विजय को सेकंड क्लास में न करके तीसरी क्लास में प्रमोट करना चाहते हैं.
इंजीनियरिंंग की पढ़ाई में गोल्ड मेडल
पढ़ाई-लिखाई में वह बहुत तेज व प्रतिभाशाली छात्र रहे थे. 10वीं व 12वीं में पूरे जिले व मंडल में विजय शेखर शर्मा ने टॉप किया था. इंजीनियरिंग कॉलेज में जब पढ़ने गए तो इनको गोल्ड मेडल मिला. उसी लगन व मेहनत का परिणाम आज आप सभी देख रहे हैं. इससे हमें ये सीख मिलती है कि हम अगर पूरी लगन व मेहनत से कार्य करेंगे तो हमें सफलता निश्चित ही मिलती है.
अलीगढ़ के ही हरदुआगंज में स्थित अग्रसेन इंटर कॉलेज से 1991 में 10वीं व 1993 में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी. दोनों ही परीक्षाओं में वह कॉलेज के टॉपर रहे थे. साल में एक दो बार वह कॉलेज ज़रूर आते हैं. इसी अग्रसेन इंटर कॉलेज में वर्ष 1969 में उनके पिताजी बॉयोलॉजी के टीचर नियुक्त हुए थे. यहीं कॉलेज के प्रिंसिपल बने और यहीं से रिटायर हुए थे.
पेटीएम हुआ भारत का सबसे बड़ा आईपीओ साबित
बता दें कि डिजिटल पेमेंट कंपनी Paytm को चलाने वाली फिनटेक स्टार्टअप कंपनी One97 Communications Ltd के आईपीओ के तहत शेयरों की गुरुवार को लिस्टिंग हुई है. यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ साबित हुआ है. कंपनी के लिए इस ऐतिहासिक मौके पर लिस्टिंग सेरेमनी में इसके फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े.