कश्मीर में अलगाववादियों की ओर से जारी हड़ताल के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है.
अलगावादियों ने यह हड़ताल जैनकोटे में पुलिसिया कार्रवाई में एक युवक की मौत के विरोध में आयोजित की है. वहीं पुलिस ने एहतियाती कदम उठाते हुए सात थाना क्षेत्रों में प्रतिबंध लागू कर दिए हैं.
अधिकारियों ने कहा कि कल गौहर अहमद डार की मौत के विरोध में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दोनों धड़ों और जेकेएलएफ की ओर से जारी हड़ताल की वजह से शहर के ज्यादातर हिस्सों में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे.
अधिकारियों ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन सेवा मुख्य रूप से सड़कों से नदारद रही जबकि कुछ कैब और निजी वाहन ही सड़कों पर दौड़ते नजर आए.
डार इंजीनियरिंग का छात्र था और वह कल शाम जैनकोटे में अपने घर के पास आंसू गैस का गोला लगने से जख्मी हो गया था. पुलिस ने पथराव कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का गोला दागा था. उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी.
डार की मौत के बाद जैनकोटे और उसके आसपास के इलाकों में और अधिक प्रदर्शन होने लगे जो देर रात तक जारी रहे.
अधिकारियों को आज और कानून व्यवस्था की परेशानियों का अंदेशा है. इसलिए उन्होंने सात थाना क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही को लेकर प्रतिबंध लागू कर दिए. पारिमपुरा, मैसूमा, नोहट्टा, कन्यार, रैनवाड़ी, साफा कदाल और महाराजगंज में प्रतिबंध लगाए गए हैं.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पूरी कश्मीर घाटी में अबतक स्थिति शांतिपूर्ण है और कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है.
इनपुट: भाषा