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आत्‍महत्‍या की मशीन का आविष्‍कारक बोला- 'खुद पर करूंगा इसे ट्राय'

What is Suicide Machine: ब्रिटेन में यूथेनेसिया यानि इच्‍छामृत्‍यु को कानूनी मान्‍यता मिली हुई है. पर सवाल ये है कि क्‍या कोई अपनी मौत तय कर सकता है ? एक शख्‍स ने दावा किया है कि उसने सुसाइड मशीन बनाई है. जिसको वह खुद पर ही ट्राय करेगा.

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यही है सुसाइड मशीन, जिसे बनाने का दावा डॉ फिलिप निशके ने किया है (Credit: Exit International)
यही है सुसाइड मशीन, जिसे बनाने का दावा डॉ फिलिप निशके ने किया है (Credit: Exit International)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ब्रिटेन में है यूथेनेसिया को कानूनी मान्‍यता
  • सुसाइड मशीन ऑक्‍सीजन कर देती हैं कम

Suicide Machine, Euthanasia: एक आविष्‍कारक ने कुछ समय पहले दावा किया था है क‍ि उसने सुसाइड पॉड (सुसाइड मशीन) बना ली है, वह इसका प्रयोग खुद पर ही करेगा. 'द सन' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस शख्‍स का नाम डॉ फिलिप निशके उर्फ डॉ डेथ है.

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वह इससे पहले पिछले साल चर्चा में तब आए थे, जब उन्‍होंने कहा था कि 'सारको कैप्‍सूल' बना लिया है. जिसका उपयोग स्विटजरलैंड में किया जा सकेगा. तब ये भी दावा किया गया था कि जो बहुत गंभीर रूप से बीमार हैं, वे अपनी जिंदगी इस कैप्‍सूल का एक बटन दबाकर खत्‍म कर सकते हैं. 

क्‍या है इस पॉड की विशेषता 
वैसे ये पॉड कॉफीन की तरह है. जिसमें नाइट्रोजन भरी हुई है. इस पॉड में  30 सेकेंड के अंदर ही 21 प्रतिशत ऑक्‍सीजन कम होकर 1 प्रतिशत तक हो जाती है. यानि इसमें एक बार शख्‍स घुसा तो उसकी मौत हो जाएगी. 

क्‍या बोले 'डॉक्‍टर डेथ'
'द सन' से बात करते हुए डॉ डेथ उर्फ डॉ फिलिप निशके ने एक चौंकाने वाली बात कही, वह बोले-' मैं एक दिन पॉड में जाकर खुद अपनी जिंदगी खत्‍म कर लूंगा.' उन्‍होंने आगे बताया मुझे ऐसा लगता है, मृत्‍यु स्‍वयं में काफी शांतिदायक है. नशीला क्षण है, जब कोई अपनी चेतना खो देता है.

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इसलिए मुझे मृत्‍यु के दौरान सेंस में रहने का आइडिया काफी बेहतर लगता है. वह भी उस खास दिन के लिए जब आप आप मर रहे हों. डॉ डेथ ने कहा कि उनके आइडिया से मौत से पहले आप किसी को भी 'गुडबाय' कह सकते हैं. कहीं जा सकते हैं. आपको ये भी पता था कि आप किसको छोड़कर जा रहे हैं. 

तो स्विट्जरलैंड में होगा इस मॉडल का उपयोग 
अपनी इच्‍छा से मौत पाने के लिए मॉडल का उपयोग (पॉड का उपयोग) स्विट्जरलैंड में कुछ दिनों के अंदर हो सकता है. वहीं साल के मध्‍य तक सुसाइड को कानूनी रूप से मान्‍यता भी मिल सकती है. वहीं किसी की सहायता से सुसाइड, इच्‍छामृत्‍यु (Euthanasia) को ब्रिटेन में कानूनी मान्‍यता मिली हुई है. 

कई लोगों ने जताया विरोध 
वैसे डॉ डेथ यानि उर्फ डॉ फिलिप निशके राइट टू डाई ऑर्गनाइजेशन एग्जिट इंटरनेशनल भी चलाते हैं. उनसे बात कर कई लोगों ने अपनी मौत की इच्‍छा जताई है. हालांकि, इस तरीके का विरोध भी हो रहा है. क्‍योंकि कई लोगों ने इस पॉड में गैस के विरोध को लेकर अपना विरोध जताया है. ऐस में डॉ डेथ चाहते हैं कि जो भी ऐसा करना चाहता हो, वह इस मामले में पूरी तरह क्लियर होना चाहिए. 
 

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