ताजिकिस्तान सरकार ने पुरुषों की दाढ़ी की अधिकतम लम्बाई निर्धारित कर दी है. सरकार ने इसे लेकर स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं.
एक वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि धार्मिक मामलों पर सरकारी समिति के आग्रह पर उलेमा परिषद ने यह आदेश दिया है. इस आदेश के तहत दाढ़ी की लम्बाई अब उसे रखने वाले की मुट्ठी के आकार से बड़ी नहीं होनी चाहिए.
समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार रिपोर्ट में कहा गया है कि उमेला ने अनुसार महिला अनुयायियों को चेहरा, हाथों और पैरों को छोड़कर पूरा शरीर ढकने वाले कपड़ों को पहने की आवश्यकता है. यह आदेश ताजिकिस्तान के प्रमुख हनाफी स्कूल ऑफ सुन्नी इस्लाम के अनुयायियों पर लागू होता हैं. ताजिकिस्तान में दाढ़ी को इस्लामी कट्टरपंथियों की एक विशेषता के रूप में देखा जाता है, जिसके चलते यहां अधिकारियों को दाढ़ी सम्बंधी फैसलों को लेने में लम्बे समय से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
ज्ञात हो कि वर्ष 2009 में 50 वर्ष से कम उम्र के सभी शिक्षकों के दाढ़ी रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जबकि उनके पुराने सहकर्मियों को केवल तीन मीटर तक दाढ़ी रखने की अनुमति थी. अमेरिकी विदेश विभाग की वर्ष 2011 में आई अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रपट के अनुसार ताजिकिस्तान में राज्य के अधिकारियों को दाढ़ी बनाने की आवश्यकता होती है और दाढ़ी रखने वाले पुरुषों को रोजगार हासिल करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.