पाकिस्तानी मूल के कनाडाई लेखक तारिक फतेह का निधन हो गया है. उन्होंने 74 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे. तारिक फतेह की बेटी नताशा फतेह ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. नताशा ने लिखा- उन सभी के साथ उनकी क्रांति जारी रहेगी, जो उन्हें जानते और प्यार करते थे. नताशा ने अपने पिता को 'Son of Hindustan' बताया है.
तारिक फतेह इस्लामी कट्टरवाद और पाकिस्तान के खिलाफ मुखरता से अपनी बात रखते रहे थे. समय-समय पर उन्होंने पाकिस्तान को आईना दिखाया. कई बार उन्हें धमकियां भी मिलीं. उनके खिलाफ कई बार फतवे भी जारी हुए. लेकिन आखिरी समय तक वो अपनी बात बेबाकी से रखते रहे. अपने बयानों की वजह से तारिक फतेह कई बार विवादों में भी घिरे.
हिंदुस्तान के प्रति उनका प्रेम जगजाहिर था. वहीं, कट्टरवाद और पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के वो धुर विरोधी थे. शायद इसीलिए उनकी बेटी नताशा फतेह ने उन्हें 'सन ऑफ हिंदुस्तान' बताया है.
Lion of Punjab.
— Natasha Fatah (@NatashaFatah) April 24, 2023
Son of Hindustan.
Lover of Canada.
Speaker of truth.
Fighter for justice.
Voice of the down-trodden, underdogs, and the oppressed.@TarekFatah has passed the baton on… his revolution will continue with all who knew and loved him.
Will you join us?
1949-2023 pic.twitter.com/j0wIi7cOBF
नताशा फतेह ने अपने पिता के निधन पर ट्वीट करते हुए लिखा- 'पंजाब का शेर, हिंदुस्तान का बेटा, कनाडा को प्यार करने वाला, सत्य बोलने वाला, न्याय के लिए लड़ने वाला, दलितों, दलितों और शोषितों की आवाज उठाने वाला तारिक फतेह. उनकी क्रांति की मशाल उन सभी के साथ जारी रहेगी जो उन्हें जानते और प्यार करते थे. क्या आप हमें जॉइन करेंगे.'
'VHP वाले कर चुके हैं मेरी पिटाई'
एक बार जावेद अख्तर के साथ डिबेट में तारिक फतेह ने बातों-बातों में कह दिया था कि VHP वाले मेरी पिटाई कर चुके हैं. उन्होंने कहा था- जावेद साहेब को लगता है शायद में अल्ट्रा राइट विंग वाला हूं. लेकिन मैं आपको बता दूं कि VHP (विश्व हिन्दू परिषद) वालों ने अमृतसर में और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में मेरी खूब पिटाई लगाई थी.
तारिक फतेह का जन्म 1949 को पाकिस्तान के कराची में हुआ था. उन्होंने कराची यूनिवर्सिटी से बायोकेमिस्ट्री की पढ़ाई की थी. बाद में वो पत्रकारिता में आ गए. तारिक फतेह पाकिस्तान छोड़ने के बाद पहले सऊदी अरब में सेटल हुए फिर 1987 में कनाडा आ गए.
जब मिली थी 'सर तन से जुदा' की धमकी
तारिक फतेह को 'सर तन से जुदा' करने की धमकी भी मिल चुकी थी. खुद तारिक ने अपने ट्विटर अकाउंट से इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने एक 'ट्विटर स्पेस' का स्क्रीन शॉट शेयर कर लिखा था कि एक सज्जन ने ग्रुप बनाया है जो मेरा सिर कलम (सर तन से जुदा) करने की योजना बना रहा है.
Perhaps @RCMPgrcPolice or @CSISCanada may be the right people to look into this #DeathThreat to me on @Twitter Spaces. @TorontoPolice seems to not take this information seriously. Neither does @TwitterSupport who have allowed these would-be murderers to use @Twitter as platform https://t.co/LkvZIADBec
— Tarek Fatah (@TarekFatah) February 21, 2023
अपने ट्वीट में Twitter सपोर्ट पर शिकायत दर्ज कराते हुए तारिक फतेह ने आगे लिखा था कि कृपया हत्या की योजना बनाने वाले लोगों के लिए ट्विटर को एक मंच बनने से रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें.