जीवाश्म वैज्ञानिकों ने पहले तैरने वाले डायनासोर के जीवाश्म की खोज की है. 15 फुट लंबाई वाले इस विशालकाय डायनासोर का चेहरा घड़ियाल की तरह दिखता है. नाव जैसी रचना वाले इस विशालकाय जीव 'स्पाइनोसोरस एजिप्टिकस' के पैर चप्पू की तरह हैं.
इलिनोइस के शिकागो विश्वविद्यालय में टीम लीडर निजार इब्राहिम ने दावा किया, 'यह पहला डायनासोर है, जिसमें आश्चर्यजनक अनुकूलताएं देखी गई हैं. मुझे शक नहीं कि स्पाइनोसोरस अधिकांशत: शिकार पानी के अंदर करता होगा.'
अन्य जलीय अनुकूलताओं में स्पाइनोसोरस में नासिका छिद्र भी है, जो शायद पानी के अंदर सांस लेने के काम आता होगा.
मिलन म्यूजियम के साइमन मेगानुको ने कहा, 'इसके दांत भी मछली की तरह हैं और इसकी अगली टांग बेहद मजबूत है, जो पानी में चप्पू की तरह काम करता होगा.'
शोधकर्ताओं को पहले इस बात पर शक था कि शायद ही डायनासोर पानी में रहता होगा. लेकिन आज शोधकर्ताओं ने इसके कुछ प्रमाण ढूंढ़ निकाले हैं. पूर्वी मोरक्को में जिस जगह पर स्पाइनोसोरस मिला है, वहां झील और नदियां थीं.