ब्रिटिश अखबार ‘दि गार्डियन’ की एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि खुफिया एजेंसियों ने लंदन के साथ-साथ फ्रांस और जर्मनी के प्रमुख शहरों में एक साथ अंजाम दिए जाने वाले आतंकवादी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोप के प्रमुख शहरों में आतंकवादी हमले को अंजाम देने की योजना के तार प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल कायदा से जुड़े हुए हैं. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इस हमले को मुंबई में हुई 26/11 की वारदात की तर्ज पर अंजाम देने की योजना थी. 26/11 की वारदात में 166 लोग मारे गए थे.
अखबार ने अधिकारियों के हवाले से कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी की खुफिया एजेंसियों ने मिलकर 26/11 की तर्ज पर आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के दहशतगर्दों के मंसूबे को नाकाम कर दिया.
ब्रिटिश सुरक्षा और खुफिया सूत्रों का मानना है कि इस आतंकवादी हमले की साजिश पाकिस्तान में बसे आतंकियों ने रची. सूत्रों ने इस बात की तस्दीक भी की. गौरतलब है कि ब्रिटिश सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां पिछले काफी समय से इस बात को लेकर आशंकित थीं कि यूरोप में भी मुंबई जैसे आतंकवादी हमले को अंजाम दिया जा सकता है.{mospagebreak}
अफगानिस्तान की सीमा पर अमेरिका के साथ मिलकर किए जाने वाले ड्रोन हमलों की दर में इजाफे के बारे में भी यही माना जा रहा है कि आतंकवादी हमले की साजिश के बारे में खुफिया एजेंसियों से पता चल जाने के कारण ही ऐसी कवायद की जा रही थी.
‘स्काई न्यूज’ ने भी सूत्रों के हवाले से बताया ‘पाकिस्तान में बसे दहशतगर्द लंदन के अलावा फ्रांस और जर्मनी के प्रमुख शहरों में एक साथ हमले की योजना बना रहे थे.’ खुफिया सूत्रों ने ‘स्काई न्यूज’ को बताया कि दहशतगर्दों की ओर से ऐसे हमले की योजना बनायी जा रही थी जैसे उन्होंने मुंबई में कमांडो-स्टाईल में हमले को अंजाम दिया था.
सूत्रों ने बताया ‘आतंकवादी हमले की योजना शुरुआती चरण में थी और साजिश करने वालों का पता खुफिया एजेंसियों ने लगाया.’ रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका के बीच खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान के बाद यूरोप में आतंकवादी हमले को नाकाम किया गया. हालांकि, इस बारे में पता नहीं चल पाया है कि हमलावर यूरोप में हैं कि नहीं.
योजनाबद्ध हमलों की यह खबर उस वक्त आयी जब पेरिस के आइफिल टॉवर को दो हफ्ते में दूसरी बार बम होने के डर के कारण खाली कराया गया.