वैज्ञानिकों ने दावा किया है मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका में पाया जाने वाला तथा अब विलुप्त हो चुका आतंकवादी परिंदा फुर्ती और आक्रमण की शैली में पूर्व मुक्केबाज और विश्व हेवीवेट चैंपियन मोहम्मद अली की तरकीबें अपनाता था.
वैज्ञानिकों ने आतंक मचा देने वाले इस परिंदे के जीवाश्म का विश्लेषण करते हुए इसके रंग रूप, व्यवहार और आक्रमण की शैली का एक लेखा जोखा तैयार किया है. वैज्ञानिकों ने कहा कि एंडलगैलोरनिस भले ही उड़ नहीं पाता था, लेकिन झपट्टा मारने में वह महान मुक्केबाज की तरह अटैक तथा र्रिटीट की शैली अपनाता था.
एंडलगैलोरनिस 1.4 मीटर ऊंचा और वजन में 40 किलोग्राम का था. ‘पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंस वन जर्नल’ ने रिपोर्ट दी है. यह पक्षी असामान्य रूप से विशालकाय था, उसकी खोपड़ी सख्त और चोंच बाज की तरह थी.
अनुसंधान के अंतरराष्ट्रीय दल का नेतृत्व करने वाले डॉ. स्टीफन रो ने कहा, ‘‘हमने पाया है कि आतंकित कर देने वाला यह पक्षी बड़ा कुशल था. आक्रमण करने में उसकी शैली मोहम्मद अली से मिलती जुलती थी.’’ कंप्यूटर मॉडलिंग के आधार पर एंडलगैलोरनिस के कपाल पर पड़े दबावों के अध्ययन के आधार पर वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला है.{mospagebreak}वैज्ञानिकों ने पश्चिमोत्तर अर्जेन्टीना से निकाले गये इस प्राणी के कपाल के जीवाश्म का अध्ययन किया. यह जीवाश्म 60 लाख साल पुराना. वैज्ञानिकों ने सीटी स्कैनिंग (कंप्यूटर एक्सियल टोमोग्राफी), उन्नत इंजीनियरी की तरकीबों को अपना कर आतंक मचा देने वाले इस पक्षी के रूप विन्यास, कार्य और आक्रामक व्यवहार का अध्ययन किया. इन विशेषज्ञों ने फाइनाइट एलीमेंट एनालिसिस से इसके खाने-पीने के सिमुलेटेड व्यवहार से इस खोपड़ी के बलबूते को मापा.